
घाटी में गणतंत्र दिवस का मुख्य समारोह कड़ी सुरक्षा के बीच श्रीनगर के बख्शी स्टेडियम में हुआ जहां मंडलायुक्त कश्मीर, असगर सामून ने परेड की सलामी ली। श्रीनगर में अधिकारियों ने बताया कि हाड़ कंपा देने वाली सर्दी के बावजूद घाटी में विभिन्न जिला मुख्यालयों में गणतंत्र दिवस समारोहों में लोगों की अच्छी मौजूदगी दिखी।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘समूचे कश्मीर में गणतंत्र दिवस समारोह शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुआ और घाटी में कहीं से भी किसी अप्रिय घटना की कोई खबर नहीं है।’ अलगाववादी समूहों ने इस अवसर पर हड़ताल का आह्वान किया था और लोगों से इसे ‘काले दिवस’ के रूप में मनाने का आग्रह किया था। हालांकि राष्ट्रीय अवकाश की वजह से कार्यालय और व्यावसायिक प्रतिष्ठान पहले से ही बंद थे। संबंधित जिलों के उपायुक्तों ने गणतंत्र दिवस कार्यक्रमों की अध्यक्षता की। कार्यक्रमों में पुलिस, सीआरपीएफ, बीएसएफ और स्कूली बच्चों की परेड के अतिरिक्त सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन हुआ। महाराष्ट्र के राज्यपाल सी विद्यासागर राव ने मुंबई में शिवाजी पार्क में लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि महाराष्ट्र को ‘खुले में शौच मुक्त’ राज्य बनाने की दिशा में काम चल रहा है और 2016 के अंत तक राज्य के 50 नगर ‘स्वच्छ’ हो जाएंगे। बिहार के राज्यपाल रामनाथ कोविन्द ने कहा कि राज्य में कानून का शासन है और लोगों के बीच सांप्रदायिक सौहार्द है।
कोविन्द ने पटना के गांधी मैदान में कहा, ‘संगठित अपराध पर अंकुश लगा दिया गया है और यह भविष्य में भी जारी रहेगा।’ उन्होंने यह भी कहा कि राज्य ने भ्रष्टाचार के मुद्दे पर कतई बर्दाश्त नहीं की नीति अपनाई है और भ्रष्ट लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा रही है। चंडीगढ़ में राज्यपाल कप्तान सिंह सोलंकी ने राष्ट्रीय ध्वज फहराया। पंजाब के उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल ने भटिंडा में एक कार्यक्रम की अध्यक्षता की क्योंकि मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल अस्वस्थ हैं।
कोलकाता में राज्यपाल केएन त्रिपाठी ने तिरंगा फहराया और रेड रोड पर सशस्त्र बलों तथा पुलिस बलों के परेड की सलामी ली। भव्य परेड और राज्य की संस्कृति तथा धरोहर को दर्शाती झांकियों ने दर्शकों का मन मोह लिया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और उनके कैबिनेट सहकर्मी भी उपस्थित थे। पूर्वोत्तर में उग्रवाद प्रभावित राज्यों से किसी अप्रिय घटना की कोई खबर नहीं है। नगालैंड के राज्यपाल पीबी आचार्य ने एनएससीएन (के) तथा अन्य नगा भूमिगत समूहों से हिंसा का रास्ता छोड़ने की अपील की।
कोहिमा में गणतंत्र दिवस समारोह में लोगों को संबोधित करते हुए राज्यपाल ने कहा कि आर्थिक वृद्धि और नागरिकों की सामाजिक समृद्धि एक पूर्व निर्धारित शर्त है तथा केंद्र और एनएससीएन (आईएम) के बीच तीन अगस्त 2015 को हस्ताक्षरित समझौता एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम है जिसका हर किसी को स्वागत करना चाहिए।
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