
मोनार्क टाइम्स को खबर मिली कि नरसिंहपुर के बारहाबड़ा के सरकारी स्कूल में मिल्क पाउडर जलाया जा रहा है तो हमारी टीम मौके पर पहुंची. कैमरा देख दूध के पैकेट जला रहे शिक्षक भाग खड़े हुए.
कैमरे पर कोई बोलने को तैयार नहीं हुआ लेकिन हमें बताया गया कि मिल्क पाउडर को घोलकर बच्चों को पिलाने की जहमत से बचने के लिए शिक्षक दूध के पैकेट जला रहे थे. जब हमने शिक्षकों की इस करतूत के बारे में जिला शिक्षा अधिकारी से बात की तो जांच की बात कहकर उन्होंने भी पल्ला झाड़ लिया.
मध्य प्रदेश सरकार ने बच्चों के विकास के लिए सरकारी स्कूलों में मिड डे मील के साथ एक ग्लास दूध देने की योजना शुरू की है लेकिन शिक्षक और कर्मचारी सरकार की इस मुहिम को पलीता लगा रहे हैं.
जरा सोचिए दूध के एक कतरे के लिए तरसने वाले गरीब बच्चों को अगर ये दूध मिलता तो उन्हें कितना फायदा होता. लेकिन जिस तरह से शिक्षकों ने दूध के पैकेट जलाए उससे साफ है कि जिनपर बच्चों को नैतिकता का पाठ पढ़ाने की जिम्मेदारी है वो खुद नैतिकता भूल चुके हैं.
COMMENTS