लखनऊ। एक साथ देश के सवा लाख स्थानों पर मंदिर निर्माण की हुंकार भरी जाएगी। विश्व हिंदू परिषद (विहिप) इस मुहिम की शुरुआत सात अप्रैल से होगी। देश भर में विभिन्न ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के एक चिह्नित स्थान पर भगवान राम की प्रतिमा स्थापित कर पूजन-अर्चन सात अप्रैल को शुरू होगी। यह अनष्ठान 19 अप्रैल तक चलेगा। अनुष्ठान में पूर्वाह्न का सत्र रामचरितमानस के नवाह्न पारायण के नाम होगा। सायंकालीन सत्र में भजन-कीर्तन एवं प्रवचन के साथ रामजन्मभूमि पर मंदिर निर्माण का संकल्प संयोजित होगा। यह संकल्प दिलाने के लिए विहिप के जिम्मेदार नेताओं सहित संतों को भी आगे किए जाने की तैयारी है। मुहिम की टाइमिंग भी इसे परवान चढ़ाएगी। देश में जब वासंतिक नवरात्र पर स्वाभाविक रूप से शक्ति उपासना हिलोरें ले रही होगी, तब राम महोत्सव के नाम से विहिप के रणनीतिकारों को इस मुहिम के लिए अतिरिक्त ऊर्जा मिलेगी। वासंतिक नवरात्र के अंतिम दिन जब इस मुहिम की पूर्णाहुति होगी, तब देश में राम जन्मोत्सव की धूम रहेगी।
नवरात्र और राम नवमी
ज्योतिष गुरु आचार्य प्रवीण शर्मा के अनुसार विहिप अपने अभियान के लिए प्राय: सनातन महत्व के पर्वों का चुनाव करती रही है और यदि राम मंदिर के लिए नवरात्र एवं राम नवमी की तिथि का चुनाव किया गया है, तो यह सोने पे सुहागा जैसा है। हालांकि इस मुहिम के पीछे की मंशा पर भी सवाल है। समाजसेवी गौरव तिवारी वीरू के अनुसार विहिप का यह खेल मंदिर निर्माण के लिए न होकर अगले वर्ष की शुरुआत में हाने वाले विधानसभा चुनाव में भाजपा की मदद के उद्देश्य से है। उनका तर्क है कि नरेंद्र मोदी का जादू फीका पड़ता जा रहा है। ऐसे में भाजपा विहिप के सहारे पुन: राम मंदिर की ओट लेने की तैयारी में है। सुब्रमण्यम स्वामी भी इसी रणनीति के तहत भाजपा आलाकमान की शह पर मंदिर का राग अलाप रहे हैं। अभियान को गति देने की तैयारियों में लगे विहिप के प्रांतीय मीडिया प्रभारी शरद शर्मा ऐसे आरोप को हास्यास्पद बताते हैं। वह कहते हैं कि मंदिर आंदोलन की अपनी गति रही है और चुनाव तो आते-जाते ही रहते हैं। उनका कहना है कि राम महोत्सव का उद्देश्य मंदिर निर्माण के संकल्प के साथ राजनीति, जाति और संप्रदाय से ऊपर उठकर व्यापक समरसता के भी उद्देश्य से है।
मंदिर मामले में कानून करेगा काम : शिवपाल
लोक निर्माण विभाग मंत्री शिवपाल सिंह यादव ने राम मंदिर मुद्दे पर कहा कि विश्व हिंदू परिषद विधानसभा चुनाव आने से पूर्व प्रदेश का माहौल खराब करना चाहती है। इस पर सरकार की नजर है। राम मंदिर के संबंध मे कानून अपना काम करेगा जो भी कानून तोडऩे का दुस्साहस करेगा उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी। शिवपाल ने सपा जिलाध्यक्ष व राज्यमंत्री अशोक यादव, राज्यमंत्री उमेश दीक्षित के साथ इटावा जिला कारागार का निरीक्षण किया। इस दौरान पत्रकारों से बातचीत में शिवपाल ने केंद्र सरकार पर प्रदेश की उपेक्षा करने का आरोप लगाया। कहा कि प्रदेश को उसके हक के मुताबिक धन उपलब्ध नहीं कराया जा रहा है। रामनगर रेलवे क्रासिंग पर पुल का निर्माण कराने को सरकार प्रयासरत है पर केंद्र जगह तक नहीं दे रहा है। मैनपुरी रेलवे लाइन का निर्माण कार्य काफी धीमा है।
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