नई दिल्ली : राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने पठानकोट हमले की जांच के सिलसिले में पंजाब पुलिस के पुलिस अधीक्षक रैंक के अधिकारी सलविंदर सिंह से आज चौथे दिन पूछताछ की। एनआईए अधिकारियों ने सलविंदर के बावर्ची और ‘पंज पीर दरगाह’ के रखवाले से भी पूछताछ की। सलविंदर ने दावा किया था कि पठानकोट हमले में शामिल आतंकवादियों की ओर से अगवा किए जाने से पहले वह दरगाह गए थे।
केंद्रीय गृह मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने बताया कि जांच एजेंसी के अधिकारियों ने पठानकोट एयरबेस पर हाल में हुए हमले और दीनानगर के एक पुलिस स्टेशन एवं कुछ अन्य जगहों पर हुए हमलों में समानता पाई है। पठानकोट और दीनानगर दोनों पंजाब में ही हैं।
दीनानगर में पिछले साल 27 जुलाई को थलसेना की वर्दी पहनकर आए तीन हथियारबंद आतंकवादियों ने एक चलती बस पर गोलियां चलाई थीं और एक पुलिस स्टेशन पर हमला कर दिया था जिसमें एक पुलिस अधीक्षक सहित आठ लोग मारे गए थे। इस मामले की जांच पंजाब पुलिस कर रही है।
पंजाब के उप-मुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल ने हाल ही में इस मामले की जांच एनआईए को सौंपने से इनकार कर दिया था। एनआईए अधिकारियों ने आज लगातार चौथे दिन सलविंदर से पूछताछ की। सलविंदर के बारे में खबरें आती रही हैं कि वह बार-बार अपना बयान बदल रहे हैं।
प्रवक्ता ने बताया कि सलविंदर के बावर्ची मदन गोपाल और ‘पंज पीर दरगाह’ के रखवाले से भी पूछताछ की गई। सलविंदर और उनके एक जौहरी दोस्त के साथ आतंकवादियों ने मदन को भी अगवा किया था। प्रवक्ता ने बताया कि तीनों को एक-दूसरे के सामने बिठाकर पूछताछ की जा सकती है ताकि उनके दावों की सच्चाई को परखा जा सके।
‘पंज पीर दरगाह’ उस बामियाल गांव से कुछ ही किलोमीटर की दूरी पर है जहां से आतंकवादियों ने कथित तौर पर भारत में घुसपैठ की थी और फिर हमला किया था। एक और दो जनवरी की दरम्यानी रात छह आतंकवादियों ने पठानकोट एयर बेस पर हमला किया था। करीब तीन दिन तक चले अभियान में सुरक्षा बलों ने सभी आतंकवादियों को मार गिराया। इस हमले में सात सुरक्षाकर्मियों को भी जान गंवानी पड़ी।
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