बिहार विधानसभा चुनाव का प्रयोग उत्तरप्रदेश में भी दुहराया जा सकता है।
महागठबंधन के बैनर तले बिहार में चुनावी परचम लहरा चुका जदयू उत्तर प्रदेश
में भी गैर भाजपा राजनीतिक दलों को एक मंच पर लाने में जुट गया है। छह
मार्च को बनारस से किसान महापंचायत के जरिये महागठबंधन आंदोलन का शंखनाद
करेगा।
शुक्रवार को पटेल नवनिर्माण सेना की ओर से वर्तमान राजनीतिक
परिस्थितियों पर आयोजित विचार गोष्ठी में शिरकत करने वाराणसी पहुंचे जदयू
सांसद केसी त्यागी व आरसीपी सिंह के शामिल होने पर इस कयास को और बल मिला।
पत्रकारों से बातचीत में जदयू के राज्यसभा सांसद पार्टी के राष्ट्रीय
महासचिव केसी त्यागी ने इसके संकेत भी दिए। कहा कि जिस तरह से बिहार में
महागबंधन ने चुनाव जीतकर इतिहास रच दिया उसी तर्ज पर यूपी विधानसभा चुनाव
में यह गठबंधन अपने प्रत्याशी खड़े करेगा।
त्यागी ने सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव पर भी तंज कसा। कहा कि मुलायम
सिंह यादव ने महागबंधन तोड़कर बड़ा अवसर खो दिया। विधानसभा चुनाव के
मद्देनजर महागबंधन की तैयारी चल रही है। महागबंधन में कौन से राजनीतिक दल
शामिल होंगे इस पर अभी कुछ कहना मुनासिब नहीं होगा।
उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव मंे किए वादे पूरे न करने के कारण ही पीएम
मोदी का दिल्ली, बिहार में हुए चुनाव में ग्राफ तेजी से गिरा और हार का
सामना करना पड़ा। त्यागी ने केन्द्र सरकार पर दमनकारी नीति के तहत काम करने
का आरोप लगाया। गुजरात में हार्दिक पटेल पर देशद्रोह का मुकदमा करना इसका
ताजा उदाहरण है।
केन्द्र के कई मंत्रियों द्वारा राममंदिर मुद्दे को हवा देने की निंदा
करते हुए इसे अदालत की अवमानना बताया। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि
आमिर खां को अतुल्य भारत के ब्रांड अंबेसडर से हटाना सबसे बड़ी असहिष्णुता
है। वहीं, गोष्ठी में वक्ताओं ने आंदोलन को पूरे देश में ले जाने का
निर्णय लिया। गोष्ठी में सांसद आरसीपी सिंह के अलावा अखिलेश कटियार, डॉ.
आरएस पटेल, ललिता कटियार, अवधेश सिंह पटेल, सुशील कश्यप, रामबली पटेल, मनोज
कुमार सिंह समेत बिहार, गुजरात, मध्य प्रदेश से आए कई जनप्रतिनिधि एवं
पदाधिकारी मौजूद थे।
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