जमशेदपुर। टाटा स्टील कर्मचारियों और अधिकारियों पर अब गाज गिरने वाली है। पहली बार टाटा स्टील अपने भारतीय ऑपरेशंस में अधिकारियों की संख्या कम करने जा रही है। इसके तहत करीब एक हजार अधिकारियों को हटाने की योजना है। टाटा स्टील के जमशेदपुर, कलिंगानगर, गोपालपुर, कोलकाता समेत अन्य प्लांट व कार्यालय में यह कार्रवाई की जाएगी।
मैकेंजी की रिपोर्ट आने के बाद सारे पदाधिकारियों का आकलन किया जायेगा। कुल 6500 अधिकारियों के परफॉर्मेंस की जांच की जायेगी। रिपोर्ट के आकलन के बाद कम अंक हासिल करने वाले अधिकारियों को हटाने की प्रक्रिया शुरू की जायेगी।
जानकारी के अनुसार टाटा स्टील में प्रोडक्टिविटी को लेकर किये जा रहे प्रयासों के बीच कर्मचारियों के साथ-साथ अब अधिकारियों की संख्या भी कम की जायेगी। लागत खर्च में कटौती करने के उद्देश्य से यह कदम उठाया जा रहा है।
इस फैसले का असर नये वित्तीय वर्ष में दिखने लगेगा। बताया जाता है कि करीब 15 साल बाद विश्व की नंबर वन कंसल्टेंसी कंपनी 'मैकेंजी' को इस काम में लगाया गया है। गुप्त जानकारी मिली है कि कंपनी की ओर से बहाल मैकेंजी कंसल्टेंसी ने अपना कार्यभार संभाल लिया है और एक अप्रैल तक अपनी रिपोर्ट समर्पित कर देगी।
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