कैमरून में स्थानीय मीडिया के मुताबिक नाइजीरिया के इस्लामिक संगठन बोको हराम के 89 सदस्यों को मौत की सज़ा सुनाई है. इन पर उत्तरी कैमरून और नाइजीरिया की सीमा के पास चरमपंथी गतिविधियों में शामिल हाने के आरोप थे. कैमरून में 2014 में चरमपंथ विरोधी कानून पास किया गया था जिसमें मौत की सज़ा शामिल की गई थी. इस कानून के बनने के बाद पहली बार चरमपंथ के मामले में मौत की सज़ा दी गई है.
बोको हराम से संबंध रखने के आरोप में कैमरून में 850 लोगों को गिरफ्तार किया गया था, इन्हीं में ये 89 लोग भी शामिल थे. मौत की सज़ा के ऐलान के बाद स्थानीय मानवाधिकार संस्था ने कैमरून में न्यायिक व्यवस्था में सुधारों के वकालत की है.
अफ्रीका में चरमपंथियों से निपटने के लिए बनाए गए क्षेत्रीय सैनिक बल में कैमरून पिछले साल शामिल हुआ था, जिसके बाद वहां चरमपंथी हमलों मेें कई लोगों की मौत हो चुकी है. बोको हराम की स्थापना 2002 में मूलत: पश्चिमी शिक्षा के ख़िलाफ़ हुई थी. नाइजीरिया में बोको हराम के हमलों में अब तक हज़ारों लोगों की मौत हो चुकी है. हाल ही में चरमपंथी संगठन इस्लामिक स्टेट के साथ हाथ मिलाकर बोको हराम ने खुद को "पश्चिमी अफ्रीकी प्रान्त" कहना शुरू किया है.
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