मुंबई। दुनिया की अन्य प्रमुख मुद्राओं की तुलना में डॉलर के टूटने से शुक्रवार को अंतर बैंकिंग मुद्रा बाजार में रुपया 18 पैसे मजबूत होकर 22 अप्रैल के बाद के उच्चतम स्तर 66.33 रुपए प्रति डॉलर पर पहुंच गया।
भारतीय मुद्रा गुरुवार को छह पैसे टूटकर 66.51 रुपए प्रति डॉलर पर रही थी। डॉलर में गुरुवार को पांच साल की सबसे तेज एकदिनी गिरावट के कारण शुक्रवार को रुपए में शुरू से ही तेजी रही। यह छह पैसे चढ़कर 66.45 रुपए प्रति डॉलर पर खुला।
हालांकि, कारोबार के दौरान यह 66.56 रुपए प्रति डॉलर के दिवस के निचले स्तर तक भी उतरा, लेकिन इसके बाद इसने मुड़कर नहीं देखा और दिन के उच्चतम स्तर 66.28 रुपए प्रति डॉलर को छूने के बाद यह गत दिवस की तुलना में 18 पैसे चढ़कर 66.33 रुपए प्रति डॉलर पर बंद हुआ। कारोबारियों ने बताया कि दुनिया की अन्य प्रमुख मुद्राओं के बास्केट में डॉलर के फिसलने से रुपया चढ़ा है।
भारतीय मुद्रा गुरुवार को छह पैसे टूटकर 66.51 रुपए प्रति डॉलर पर रही थी। डॉलर में गुरुवार को पांच साल की सबसे तेज एकदिनी गिरावट के कारण शुक्रवार को रुपए में शुरू से ही तेजी रही। यह छह पैसे चढ़कर 66.45 रुपए प्रति डॉलर पर खुला।
हालांकि, कारोबार के दौरान यह 66.56 रुपए प्रति डॉलर के दिवस के निचले स्तर तक भी उतरा, लेकिन इसके बाद इसने मुड़कर नहीं देखा और दिन के उच्चतम स्तर 66.28 रुपए प्रति डॉलर को छूने के बाद यह गत दिवस की तुलना में 18 पैसे चढ़कर 66.33 रुपए प्रति डॉलर पर बंद हुआ। कारोबारियों ने बताया कि दुनिया की अन्य प्रमुख मुद्राओं के बास्केट में डॉलर के फिसलने से रुपया चढ़ा है।
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