उत्तर कोरिया पर हुकूमत करने वाले तानाशाह किम जोंग ने अमेरिका के खिलाफ आर-पार की तैयारी कर ली है। वो बदला लेने पर आमादा है अमेरिकी पाबंदियों के के खिलाफ किम जोंग ने जंग का ऐलान कर दिया है और इस लड़ाई में अमेरिका को मात देने के लिए उसने तरह-तरह के हथियारों का परीक्षण शुरू कर दिया है।
फिलहाल किम जोंग ने पनडुब्बी से मिसाइल दागने की तकनीक डेवलप करने में अपने वैज्ञानिकों को लगा दिया है, लेकिन अभी उसके वैज्ञानिक सबमरीन लॉन्चड बैलिस्टिक मिसाइल को पूरी तरह से तैयार नहीं कर पाए थे कि उसने उनका परीक्षण शुरू कर दिया। नतीजा ये कि उसके ज्यादातर मिसाइल फेल हो रहे हैं। इसके बावजूद सनकी तानाशाह आधे-अधूरे मिसाइलों का टेस्ट करने पर आमादा है और हर टेस्ट के साथ तानाशाह के चेहरे पर मुस्कान खिलती जा रही है और धीरे-धीरे मुस्कान हंसी में बदल रही है।
उत्तर कोरिया के सिन्पो नाम के समुद्री तट से छोड़ा गया KN-11 सबमरीन लॉन्च बैलिस्टिक मिसाइल अपने लक्ष्य तक पहुंचने से काफी पहले ही फट गया। तानाशाह का मिशन फेल हो गया। लेकिन तानाशाह का विरोध करने की हिम्मत किसमे है। वो हंस रहा है तो उसका साथ देना सबकी मजबूरी थी। तानाशाह आगे-आगे और ताली बजाते उसके अधिकारी पीछे-पीछे।
अब सवाल उठता है कि आखिर क्या कर रहा है उत्तर कोरिया का तानाशाह किम जोंग उन। बीच हवा में मिसाइल फट जाने के बावजूद किस बात की खुशी मना रहा है किंम जोंग उन। दरअसल सनकी तानाशाह सुपर पावर अमेरिका को मुंह चिढ़ा रहा है। वो अमेरिका को जवाब देने की तैयारी कर रहा है। उसने अमेरिका के खिलाफ जंग का ऐलान कर दिया है और अपने वैज्ञानिकों को अमेरिकी मिसाइलों के टक्कर का मिसाइल तैयार करने का आदेश दे दिया है, लेकिन इन मिसाइलों को पूरी तरह तैयार नहीं किया जा सका है।
इसके बावजूद किंम जोंग उन इंतजार करने को तैयार नहीं है, क्योंकि अमेरिका ने उत्तर कोरिया के खिलाफ दक्षिण कोरिया की सीमा पर अपने अत्याधुनिक हथियारों को तैनात कर दिया है और उत्तर कोरिया भी सुपरपावर को जवाब देने की पुरजोर कोशिश कर रहा है। इसीलिए अधकचरे मिसाइलों को लॉन्च किया जा रहा है। आधी-अधूरी तकनीक पर तैयार हथियारों को टेस्ट किया जा रहा है। चाहें इसमें करोड़ों रुपयों की बर्बादी हो या चाहे टेस्ट के दौरान कोई बड़ा हादसा हो जाए, तानाशाह को इससे कोई फर्क नहीं पड़ता।
अमेरिका ने भी इस खबर पर मुहर लगा दी है कि उत्तर कोरिया ने सबमरीन से बैलिस्टिक मिसाइल को लॉन्च किया था, लेकिन वो तय लक्ष्य तक नहीं पहुंच सका और कई मील पहले बीच हवा में ही फट गया। अमेरिकी रक्षा विभाग के मुख्यालय पेंटागन के प्रवक्ता कमांडर ग्रे रॉस ने बयान जारी किया है कि हम उत्तर कोरिया के हाल ही में किए गए मिसाइल परीक्षणों की कड़ी निंदा करते हैं। ये संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों का उल्लंघन है, इसके तहत उत्तर कोरिया के बैलिस्टिक मिसाइलों के परीक्षण पर रोक लगाई गई है।
उत्तर कोरिया के सिन्पो समुद्री तट से पहले भी विनाश के हथियारों का परीक्षण होता रहा है। इसलिए भले ही इस बार तानाशाह का मिशन फ्लॉप हो गया हो, लेकिन अमेरिका इसे हल्के में नहीं ले रहा। जिस तरीके से किम जोंग उन लगातार हथियारों का परीक्षण कर रहा है वो खतरे का संकेत है। यही वजह है कि अमेरिका दक्षिण कोरिया की सीमा पर एडवांस्ड एंटी मिसाइल सिस्टम को तैनात करने में जुट गया है।
नॉर्थ कोरिया कितना शक्तिशाली है?
नॉर्थ कोरिया दो बड़े न्यूक्लियर पावर देशों रूस और चीन से घिरा हुआ है, दूसरी तरफ साऊथ कोरिया और जापान से घिरा हुआ है तो अपने आप को मजबूत दिखाने के लिए वो हर वक्त परीक्षण करता रहता है, सही मायने मे कितना मजबूत है ये कहना मुश्किल है। हालांकि नॉर्थ कोरिया के पास मजबूत राजनीतिक इच्छाशक्ति है।
आशंका है कि किम जोंग अपने मिसाइलों के जरिए परमाणु हथियारों को भी लॉन्च कर सकता है, लिहाजा अमेरिका फूंक-फूंक कर कदम रख रहा है। अमेरिका का कहना है कि उत्तर कोरिया को ऐसी हरकतों से बाज आना चाहिए, इससे पूरे क्षेत्र में तनाव फैलेगा और अंतरराष्ट्रीय करारों में बाधा पहुंचेगी।
COMMENTS