कानपुर : पड़ोसी जिले कानपुर देहात के नए एसपी और आईपीएस आफिसर प्रभाकर चौधरी की सादगी पर कौन न फिदा हो जाएं। जहां एक ओर नये एसपी जिले का चार्ज लेने सरकारी प्राइवेट गाड़ियों के काफिले से पहुंचते हैं, वहीं प्रभाकर कानपुर देहात के एसपी का चार्ज लेने लखनऊ से रोडवेज की सरकारी बस से पहुंचे।
इस बारे में चौधरी ने कहा कि इसमें कौन से नयी बात है जब मैं सरकारी डयूटी पर नही होता हूं तो मैं सरकारी बस से ही यात्रा करता हूं लेकिन जब क्षेत्र में दौरा करने जाता हूं तो मैं सरकारी वाहन का प्रयोग करता हूं, आखिर क्यों मैं अपनी पर्सनल यात्रा के लिये सरकारी वाहन का इस्तेमाल करूं।
प्रभाकर चौधरी वर्ष 2010 बैच के आईपीएस है। वह एसपी बलिया के पद पर तैनात थे, पांच दिन पहले उनका तबादला कानपुर देहात जिले के एसपी पद पर हुआ। इससे पहले वह कानपुर शहर के एसपी सिटी भी रह चुके हैं। सादगी पसंद और मृदुभाषी चौधरी व्यवहार में जहां बहुत ही कोमल है वहीं अपराधियों और बदमाशों के खिलाफ बहुत ही सख्त।
चौधरी ने आज बताया कि बलिया से ट्रांसफर के बाद वह अपने घर लखनऊ गए। तीन दिन वहां गुजारने के बाद वह कल लखनउ बस स्टेशन से रोडवेज बस पकड़कर कानपुर देहात के माती एसपी कार्यालय पहुंचे और कार्यभार संभाला। कानपुर देहात के पुलिस सूत्रों ने बताया कि कल जब चौधरी एसपी कार्यालय एक बैग के साथ पहुंचे तो वहां लोग उन्हें पहचान नही पाएं। जब उन्होंने खुद को जिले का नया कप्तान बताया तो एसपी आफिस में हड़कंप मच गया।
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