नई दिल्ली। भारत एवं पाकिस्तान में बढ़ते तनाव के बीच जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात कर सीमा पर तनाव कम करने का अनुरोध किया। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि राज्य के लोगों से विश्वास बहाली के ठोस उपायों के साथ संपर्क कायम किया जाए, ताकि उनकी राजनीतिक, आर्थिक एवं विकास चिंताओं का हल किया जा सके।
भारतीय सेना द्वारा 29 सितंबर को नियंत्रण रेखा के पार पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में जाकर किए गए सर्जिकल स्ट्राइक के बाद से महबूबा की प्रधानमंत्री के साथ यह पहली मुलाकात है। राज्य सरकार के एक प्रवक्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री ने राज्य में कानून एवं व्यवस्था की स्थिति तथा सीमा पर व्याप्त तनाव को लेकर प्रधानमंत्री के साथ विचार-विमर्श किया।
उन्होंने प्रधानमंत्री से कहा कि कश्मीर के लोग बेहद पीड़ा एवं व्यथा से गुजर रहे हैं। अब समय आ गया है कि उन तक पहुंचा जाए और उनके घावों पर मरहम लगाया जाए। यह राजनीतिक, आर्थिक एवं विकास स्तर पर पर्याप्त पहल के जरिये होना चाहिए। उन्होंने प्रधानमंत्री से कहा कि मौजूदा स्थिति को एक अवसर के रूप में देखने तथा जम्मू-कश्मीर के लोगों के साथ संवाद प्रक्रिया जारी करने की आवश्यकता है।
महबूबा ने कहा कि मुझे उम्मीद है कि प्रधानमंत्री, जिन्हें इतना बड़ा जनादेश मिला है, इस स्थिति को एक अवसर की तरह लेंगे तथा राज्य के लोगों की पीड़ा को दूर करने के लिए सार्थक वार्ता प्रक्रिया शुरू कर राज्य के लोगों से संपर्क साधेंगे। सीमा पर व्याप्त स्थिति को लेकर अपनी चिंता जताते हुए मुख्यमंत्री ने तनाव को कम करने की जरूरत पर बल दिया, क्योंकि क्षेत्र में अशांति एवं टकराव से राज्य के लोग सबसे ज्यादा कष्ट उठाते हैं।
उन्होंने कहा कि आज राज्य के सीमाई क्षेत्रों से सैकड़ों परिवारों का पलायन हो रहा है। उन्हें क्षेत्र में मौजूद तनावपूर्ण स्थिति के कारण बेहद मुश्किल स्थितियों का सामना करना पड़ रहा है। महबूबा ने मोदी के साथ राज्य के समग्र विकास परिदृश्य तथा 80, हजार करोड़ रुपये के प्रधानमंत्री विकास कार्यक्रम के तहत परियोजनाओं को जल्द लागू करने के उपायों के बारे में चर्चा की।
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