भदोही. उत्तर प्रदेश के भदोही में दो भाईयों की आपसी लड़ाई में पुलिस का हैवानियत भरा चेहरा सामने आई है. बताया जा रहा है कि पुलिस ने दोनों पक्षों को बुलाकर मामले को सलटाने की कोशिश की. वही मृतक पीड़ित परिवार की ओर से आरोप लगाया जा रहा है कि पुलिस ने पैसा लेकर दूसरे पक्ष को छोड़ दिया और मेरे पिता को जेल में बंद कर जमकर मारा पीटा गया, जिससे उनकी थाने में ही मौत हो गई.
मृतक की बेटी ने आरोप लगाया है कि उन्हे थाने में इतना मारा गया कि उन्होंने थाने में ही दम तोड़ दिया. मामला बढ़ते ही पुलिस बैकफुट पर आ गई. इसके बाद गुस्साये लोगों ने शव को सड़क पर रख प्रदर्शन शुरू कर दिया. और पूरा आरोप पुलिस पर लगा दिया. लोगों के सड़क पर आने से यातायात व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो गई. गाड़ियों की लंबी कतारे लग गई. स्थिति पूरी तरह से भयावह हो गई.
परिजनों ने पुलिस पर यह भी आरोप लगाए हैं कि पुलिस ने उन्हें मामला रफादफा करने के लिए 70 हजार रुपये की पेशकश भी की थी. आरोपी पुलिसवालों पर कार्रवाई न होने से नाराज परिजनों ने हाईवे जाम कर हंगामा भी काटा. इसके बाद मामले में गोपीगंज कोतवाल को लाइन हाजिर कर मामले की मजिस्ट्रेटी और विभागीय जांच के भी आदेश दिए गए हैं.
मामला गोपीगंज कोतवाली के फूलबाग इलाके का है. यहां रहने वाले रामजी मिश्रा का अपने भाई से जमीन के बंटवारे को लेकर विवाद था. इसके निस्तारण के लिए शुक्रवार को वह गोपीगंज कोतवाली गया था.
परिजनों का आरोप है कि कोतवाली में इंपेक्टर सुनील वर्मा ने फरियादी को पीटा और बिना लिखापढ़ी किए ही हवालात में डाल दिया. वहां उनकी संदिग्ध हालात में मौत हो गई. परिजनों ने दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की मांग की लेकिन कार्रवाई न होने पर उनका गुस्सा फूट पड़ा.
परिजनों का गुस्सा इतना अधिक बढ़ गया कि वे सड़क पर उतर आए. रामजी मिश्रा की पत्नी और बेटियों के साथ सैकड़ों लोगों ने वाराणसी-इलाहाबाद हाईवे जाम कर हंगामा शुरू कर दिया. मरने वाले रामजी की बेटी ने गोपीगंज कोतवाली के इंस्पेक्टर सुनील वर्मा पर 70 हजार रुपया देकर मामले को रफा दफा करने का आरोप लगाया है. रामजी की बेटी ने कहा कि इंस्पेक्टर देर रात 70 हजार रुपया देकर मामला खत्म करने का दबाव बना रहे थे. परिजनों की मांग है कि आरोपियों पर कठोर कार्रवाई की जाए.
पुलिस अधिकारी मामले में लीपा पोती करते नजर आ रहे हैं. घटना के 24 घंटे होने के बाद भी जिले के एसपी और डीएम मृतक के परिजनों से मिले तक नहीं. हालांकि मामला बढ़ता देख एडीएम और एसडीएम ने परिजनों से मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने परिवार को आर्थिक मदद सहित मामले की जांच कराने की भी बात कही. अफसरों से जांच का आश्वासन पाकर परिजनों ने हाईवे से जाम खत्म किया.
हवालात में संदिग्ध हालात में मरने वाले रामजी के परिजनों से मिलने बीजेपी के भदोही से विधायक रविंद्रनाथ त्रिपाठी भी पहुंचे. उन्होंने कहा कि जांच में जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. वहीं इस मामले में एसपी ने गोपीगंज कोतवाल सुनील वर्मा को लाइन हाजिर कर दिया है और विभागीय जांच अपर पुलिस अधीक्षक को सौंपी है. वहीं जिलाधिकारी ने मजिस्ट्रेटी जांच के भी आदेश दिए हैं. यह जांच अपर जिलाधिकारी करेंगे.
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