नई दिल्ली : रविवार को दिल्ली के छतरपुर में एक कमरे में एक नवविवाहिता का बहुत बुरी हालत में शव मिला है। इसे देखकर लगता है कि महीनों पहले इसे मार कर कमरे में डाल दिया गया था। इस युवती की पहचान मूल रूप से बिहार पटना के रहने वाली 36 साल की अमिता के रूप में हुई है। पुलिस ने शव मिलने के बाद हत्या का मामला दर्ज कर इसकी छानबीन शुरू कर दी है। उसका पति फरार चल रहा है। बता दें कि इसका पति दिवाकर गुरुग्राम की एक आइटी कंपनी टेक्निकल मैनेजर है।
बिसरा रिपोर्ट का इंतजार
पुलिस ने शव को अपने कब्जे में ले लिया है और इसकी छानबीन शुरू कर दी है। लेकिन शव की हालत इतनी खराब है कि उसका पोस्टमॉर्टम कराना भी संभव नहीं है। इस वजह से उसकी पूरी जांच बिसरा रिपोर्ट पर टिकी है। वह उसके इंतजार में है। हालांकि अमिता की बहन का कहना है कि यह दहेज हत्या का मामला है। उसका पति दहेज के लिए उस पर दबाव बनाता रहता था। वह उसका शारीरिक उत्पीड़न भी करता था। बहन के बयान के बाद पुलिस उसके पति को तलाश रही है। उसे उम्मीद है कि पति की गिरफ्तारी के बाद इस हत्या की गुत्थी सुलझ सकती है।
हत्या के समय का अंदाजा लगाने के प्रयास में है पुलिस
अमिता की हत्या कब हुई अभी तक इसका ठीक-ठीक अनुमान नहीं है। हालांकि उसकी बहन का कहना है कि 20 जून के बाद से अमिता ने अपने परिजनों से बात नहीं की है तो अनुमान है कि उसी के आसपास हत्या हुई होगी। इस बयान की पुष्टि के लिए पुलिस अमिता की कॉल रिकॉर्ड खंगाल रही है। कॉल रिकॉर्ड से यह पता चलेगा कि अंतिम बार अमिता ने कब किससे बात की थी और उससे क्या बात हुई थी। इससे हत्या के समय का अंदाजा तो होगा ही, संभव है कि हत्या का मोटिव भी सामने आ जाए।
तो बच सकती थी अमिता
अमिता के परिजनों का कहना है कि पुलिस ने अमिता की शिकायतों पर अगर गंभीरता दिखाई होती तो आज वह जिंदा होती। अपनी मौत के पहले अमिता कई बार दिल्ली पुलिस के कंट्रोल रूम यानी 100 नंबर पर फोन कर अपने पति की शिकायत कर चुकी थी। उसने बताया था कि उसका पति दहेज के लिए उसके साथ मारपीट करता है। पुलिस ने यह मामला वुमेन सेल में ट्रांसफर कर दिया और हर बार उसे टरका दिया जाता रहा।
बिसरा रिपोर्ट का इंतजार
पुलिस ने शव को अपने कब्जे में ले लिया है और इसकी छानबीन शुरू कर दी है। लेकिन शव की हालत इतनी खराब है कि उसका पोस्टमॉर्टम कराना भी संभव नहीं है। इस वजह से उसकी पूरी जांच बिसरा रिपोर्ट पर टिकी है। वह उसके इंतजार में है। हालांकि अमिता की बहन का कहना है कि यह दहेज हत्या का मामला है। उसका पति दहेज के लिए उस पर दबाव बनाता रहता था। वह उसका शारीरिक उत्पीड़न भी करता था। बहन के बयान के बाद पुलिस उसके पति को तलाश रही है। उसे उम्मीद है कि पति की गिरफ्तारी के बाद इस हत्या की गुत्थी सुलझ सकती है।
हत्या के समय का अंदाजा लगाने के प्रयास में है पुलिस
अमिता की हत्या कब हुई अभी तक इसका ठीक-ठीक अनुमान नहीं है। हालांकि उसकी बहन का कहना है कि 20 जून के बाद से अमिता ने अपने परिजनों से बात नहीं की है तो अनुमान है कि उसी के आसपास हत्या हुई होगी। इस बयान की पुष्टि के लिए पुलिस अमिता की कॉल रिकॉर्ड खंगाल रही है। कॉल रिकॉर्ड से यह पता चलेगा कि अंतिम बार अमिता ने कब किससे बात की थी और उससे क्या बात हुई थी। इससे हत्या के समय का अंदाजा तो होगा ही, संभव है कि हत्या का मोटिव भी सामने आ जाए।
तो बच सकती थी अमिता
अमिता के परिजनों का कहना है कि पुलिस ने अमिता की शिकायतों पर अगर गंभीरता दिखाई होती तो आज वह जिंदा होती। अपनी मौत के पहले अमिता कई बार दिल्ली पुलिस के कंट्रोल रूम यानी 100 नंबर पर फोन कर अपने पति की शिकायत कर चुकी थी। उसने बताया था कि उसका पति दहेज के लिए उसके साथ मारपीट करता है। पुलिस ने यह मामला वुमेन सेल में ट्रांसफर कर दिया और हर बार उसे टरका दिया जाता रहा।
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