जुलाई के अंत में पाकिस्तान में चुनाव होने हैं. इसी के मद्देनजर पार्टियों की ओर से प्रचार—प्रसार को तेज कर दिया गया है. शुक्रवार को चुनावी रैलियों को आतंकियों ने निशाना बनाया. आतंकियों द्वारा दो रैलियों को निशाना बनाया गया, जिसमे 133 लोगों की मौत हो गई और 120 से ज्यादा लोग घायल हो गए. किसी भी संगठन ने अभी तक इन हमलों की जिम्मेदारी नहीं ली है. राष्ट्रपति ममनून हुसैन और प्रधानमंत्री नसीरुल मुल्क ने इन हमलों की निंदा की है.
बलूचिस्तान के मस्तंग क्षेत्र में आतंकियों ने बलूचिस्तान अवामी पार्टी (बीएपी) के नेता सिराज रायसानी की रैली पर आत्मघाती हमला किया. इसमें 128 लोग मारे गए जबकि 125 लोग घायल हो गए. पुलिस ने बताया कि क्वेटा के अस्पताल ले जाए जाने के दौरान घायल सिराज की मौत हुई. सिराज बलूचिस्तान के पूर्व मुख्यमंत्री नवाब असलम रायसानी के भाई थे और मस्तंग जिले से चुनाव लड़ रहे थे.
बम निरोधक दस्ते के अधिकारियों ने बताया कि इस धमाके में 16 से 20 किग्रा विस्फोटक का इस्तेमाल किया गया. इससे पहले शुक्रवार को ही आतंकियों ने खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के बन्नू शहर में मुत्ताहिदा मजलिस ए अमल (एमएमए) के नेता अकरम खान दुर्रानी की रैली को निशाना बनाया. इस हमले में पांच लोगों की मौत हो गई जबकि 37 से ज्यादा लोग घायल हो गए. दुर्रानी इस हमले में बाल-बाल बच गए. बाद में उन्होंने अस्पताल जाकर घायलों का हाल-चाल जाना और कहा कि वह अपना प्रचार अभियान जारी रखेंगे.
दुर्रानी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के प्रमुख इमरान खान के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं. वहीं, इमरान खान ने कहा, ‘यह आगामी चुनाव में अड़ंगा डालने की कोशिश है. पाकिस्तान की जनता ऐसी किसी भी साजिश को कामयाब नहीं होने देगी.’बता दें कि अभी 10 जुलाई को ही पेशावर में पाकिस्तान तहरीक ए तालिबान के आत्मघाती हमले में अवामी नेशनल पार्टी के वरिष्ठ नेता हारून बिल्लौर समेत 19 लोगों की मौत हो गई थी. जबकि, सात जुलाई को बन्नू में ही मुत्ताहिदा मजलिस ए अमल के एक काफिले पर हुए हमले में सात लोग घायल हो गए थे.
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