नई दिल्ली/इस्लामाबाद. पठानकोट एयरबेस पर हमला करने आए आतंकियों के हैंडलर्स की पहचान हो चुकी है। जैश-ए-मोहम्मद का सरगना मौलाना मसूद अजहर, उसका भाई रउफ और उनके दो और साथी ही हमलावरों को फरमान सुना रहे थे। मसूद वही आतंकी है, जिसे 1999 में हाईजैक हुए एक प्लेन को छुड़ाने कंधार ले जाकर रिहा किया गया था। इस हमले के बाद 14-15 जनवरी को इस्लामाबाद में होने वाली भारत-पाक फॉरेन सेक्रेटरी लेवल की मीटिंग को लेकर सस्पेंस कायम है।
- न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, पठानकोट एयरबेस पर हमला करने वाले आतंकियों के चारो हैंडलर्स पाकिस्तान के बहावलपुर में मौजूद थे।
- भारतीय खुफिया एजेंसियों ने इनकी पहचान मसूद अजहर, रउफ, अशफाक और कासिम के रूप में की है।
- पठानकोट आए आतंकी सैटेलाइट फोन के जरिए इनसे संपर्क में थे।
- भारतीय खुफिया एजेंसियों ने इनकी पहचान मसूद अजहर, रउफ, अशफाक और कासिम के रूप में की है।
- पठानकोट आए आतंकी सैटेलाइट फोन के जरिए इनसे संपर्क में थे।
- अजहर बहावलपुर का ही रहने वाला है और वहां जैश के आतंकियों को ट्रेनिंग देता है।
- सूत्रों के मुताबिक 1999 में एयर इंडिया के प्लेन को हाईजैक करने के मामले का मास्टरमाइंड रउफ ही था।
- सूत्रों के मुताबिक 1999 में एयर इंडिया के प्लेन को हाईजैक करने के मामले का मास्टरमाइंड रउफ ही था।
फॉरेन सेक्रेटरी लेवल की मीटिंग को लेकर क्या है भारत का नजरिया?
- भारत ने चारो हैंडलर्स की जानकारी पाकिस्तान को दे दी है। और अब इनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई का इंतजार है।
- फॉरेन मिनिस्ट्री के स्पोक्सपर्सन विकास स्वरूप ने कहा कि गेंद अब पाकिस्तान के पाले में है। इसके बाद ही कह पाएंगे कि फॉरेन सेक्रेटरी लेवल की बातचीत होगी या नहीं।
- अजीत डोभाल ने भी पाकिस्तानी एनएसए नसीर जंजुआ से फिर बात की है।
भारत के सख्त रुख का पाकिस्तान पर क्या हुआ असर?
- नवाज शरीफ ने पठानकोट आतंकी हमले को लेकर गुरुवार को अहम बैठक की।
- इसमें सरताज अजीज, एनएसए नसीर जंजुआ, आर्मी चीफ राहिल शरीफ समेत आला अफसर शामिल हुए।
- बताया जा रहा है कि यह बैठक पठानकोट हमले के बाद भारत के सख्त रुख को देखते हुए बुलाई गई।
- देर शाम पाकिस्तान सरकार इस मामले में अहम बयान जारी कर सकती है।
- खबरें तो ये भी हैं कि नवाज ने आईएसआई चीफ से भी फोन पर बातचीत की है।
क्या था कंधार हाईजैक केस और भारत ने कितने आतंकी छोड़े थे?
- 24 दिसंबर, 1999 को पांच हथियारबंद आतंकवादियों ने 178 पैसेंजरों के साथ इंडियन एयरलाइन्स के आईसी-814 प्लेन को काठमांडू से हाईजैक किया था।
- हाईजैक करने के बाद प्लेन को अमृतसर, लाहौर और दुबई के रास्ते अफगानिस्तान के कंधार एयरपोर्ट ले जाया गया था।
- दुबई में कुछ पैसेंजरों को छोड़ दिया गया।
- 25 साल के भारतीय नागरिक रूपिन कत्याल की लाश को आतंकियों ने प्लेन से बाहर फेंक दिया था।
- आतंकियों ने भारत के सामने 178 पैसेंजरों की हिफाजत के बदले तीन आतंकियों की रिहाई का सौदा किया।
- उस वक्त की अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार ने पैसेंजरों की जान बचाने के लिए तीनों आतंकियों को छोड़ने का फैसला किया।
- भारत की जेलों में बंद आतंकी मौलाना मसूद अजहर, मुश्ताक अहमद जरगर और अहमद उमर सईद शेख को कंधार ले जाया गया था।
- इसी मसूद अजहर ने 2000 में आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद बनाया था।
नवाज की मीटिंग में क्या हुआ
- इस्लामाबाद में नवाज शरीफ ने एक हाई लेवल मीटिंग बुलाई। इसमें पठानकोट टेरर अटैक और भारत की ओर से साझा की गई जानकारी पर चर्चा हुई।
- इसमें भारत से मिले सबूतों पर तेजी से काम करने का फैसला लिया गया।
- एक अधिकारी के मुताबिक, इस पर आम राय बनी है कि जांच में हमले में शामिल होने का दोषी पाए जाने पर सख्त एक्शन लिया जाएगा।
- एक अन्य अफसर ने कहा, भारत द्वारा दिए गए सबूत काफी नहीं हैं। पाकिस्तान उनसे और जानकारी ले रहा है।
पड़ोसी देशों से रिश्ते पर भारत का क्या है रुख?
- फॉरेन मिनिस्ट्री के स्पोक्सपर्सन स्वरूप ने कहा- भारत सभी पड़ोसी देशों से दोस्ती चाहता है, लेकिन हम आतंकी घटनाओं को बर्दाश्त नहीं करेंगे।
- पाकिस्तान की तरफ भी हमने दोस्ती का हाथ बढ़ाया था। दोनों देशों के NSA बैंकॉक में मिले थे।
- पठानकोट की घटना से आतंकवाद फिर अहम मुद्दा हो गया है।
- पाकिस्तान की तरफ भी हमने दोस्ती का हाथ बढ़ाया था। दोनों देशों के NSA बैंकॉक में मिले थे।
- पठानकोट की घटना से आतंकवाद फिर अहम मुद्दा हो गया है।
- पाकिस्तान से क्रॉस बॉर्डर आतंकी हमले रोकने के लिए कहा गया है।
डोभाल ने क्या सबूत सौंपे और आतंकी की लाश से क्या मिला?
- एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, नेशनल सिक्युरिटी एडवाइजर अजीत डोभाल पाकिस्तान के एनएसए नसीर खान जंजुआ से लगातार कॉन्टैक्ट में हैं।
- उन्होंने एयरबेस पर हमले में आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद का हाथ होने, टेररिस्ट्स के कॉल रिकॉर्ड्स, पाकिस्तानी नंबर्स, जिन पर बात हुई और आतंकियों के बॉर्डर क्रॉस कर आने के सबूत सौंपे हैं।
- हालांकि, पीएमओ या विदेश मंत्रालय की ओर से इस बारे में ऑफिशियली कुछ नहीं कहा गया।
- पाकिस्तान विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा था कि हम आतंकवाद को खत्म करने के लिए कमिटेड हैं। भारत सरकार से टच में हैं। उनसे मिली लीड्स पर काम कर रहे हैं।
- इस बीच, एक और मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया कि मारे गए आतंकी ने EPCOT ब्रांड के जूते पहने थे।
- EPCOT के मायने ईस्ट पाकिस्तान क्रम टैनेरी से है। यह पाकिस्तान में पॉपुलर कंपनी है।
- आतंकी के पास मेड इन पाकिस्तान लेबल वाली बैटरीज़ थीं।
- हर आतंकी अपने साथ 25 किलो एक्सप्लोसिव लेकर आया था।
- उन्होंने एयरबेस पर हमले में आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद का हाथ होने, टेररिस्ट्स के कॉल रिकॉर्ड्स, पाकिस्तानी नंबर्स, जिन पर बात हुई और आतंकियों के बॉर्डर क्रॉस कर आने के सबूत सौंपे हैं।
- हालांकि, पीएमओ या विदेश मंत्रालय की ओर से इस बारे में ऑफिशियली कुछ नहीं कहा गया।
- पाकिस्तान विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा था कि हम आतंकवाद को खत्म करने के लिए कमिटेड हैं। भारत सरकार से टच में हैं। उनसे मिली लीड्स पर काम कर रहे हैं।
- इस बीच, एक और मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया कि मारे गए आतंकी ने EPCOT ब्रांड के जूते पहने थे।
- EPCOT के मायने ईस्ट पाकिस्तान क्रम टैनेरी से है। यह पाकिस्तान में पॉपुलर कंपनी है।
- आतंकी के पास मेड इन पाकिस्तान लेबल वाली बैटरीज़ थीं।
- हर आतंकी अपने साथ 25 किलो एक्सप्लोसिव लेकर आया था।
- इस बीच, बीएसएफ ने पठानकोट हमले को लेकर इंटरनल इन्क्वायरी शुरू कर दी है। रिपोर्ट 15 दिनों में सामने आएगी।
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