नई दिल्ली, पठानकोट एयरबेस में हमला करने वाले आतंकियों की पहचान और उनके आकाओं के खिलाफ कार्रवाई के लिए भारत ने इंटरपोल का भी सहारा लिया है। आतंकियों की पहचान के लिए इंटरपोल ब्लैक कॉर्नर नोटिस जारी करेगा। ब्लैक कॉर्नर नोटिस मृत व्यक्ति की पहचान के लिए जारी किया जाता है। आतंकी पाकिस्तान से आए थे और भारतीय जांच एजेंसी वहां नहीं जा सकती। इसीलिए इंटरपोल को नोटिस जारी करने के लिए कहा गया है।
अब देखना यह है कि पाकिस्तान इंटरपोल के नोटिस को कितना महत्व देता है। इसके पहले भारत में वांछित दाऊद इब्राहिम और लश्करे तैयबा प्रमुख हाफिज सईद के खिलाफ इंटरपोल का रेड कॉर्नर नोटिस जारी है। लेकिन पाकिस्तान ने उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है।
एनआइए के वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि पाकिस्तान से आए आतंकियों को पहचानने जिम्मेदारी वहां की सरकार की है। इस संबंध में कूटनीतिक स्तर पर उस पर दबाव बनाया जा रहा है। लेकिन इंटरपोल का सदस्य होने के नाते भी पाक की जवाबदेही बनती है कि उसके नोटिस का पालन करे। इसीलिए इंटरपोल को पठानकोट में मारे गए चार आतंकियों की पहचान के लिए ब्लैक कॉर्नर नोटिस जारी करने के लिए कहा गया है। पाकिस्तान समेत इंटरपोल के किसी सदस्य देश में यदि इन आतंकियों की पहचान होती है, तो उसकी सूचना भारतीय जांच एजेंसी एनआइए को भेजनी होगी। यदि पाकिस्तान में इन आतंकियों की पहचान हो जाती है, तो इसे सीमा पार से एक बड़ा सुबूत माना जाएगा।
वैसे अभी तक भारतीय जांच एजेंसियों के इंटरपोल नोटिस पर पाकिस्तान का रवैया बहुत ठंडा रहा है। भारत में आतंकी हमला करने के दो दर्जन से अधिक आरोपी पाकिस्तान में छिपे हुए हैं। इनके खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस भी जारी हैं। लेकिन पाकिस्तान ने इन पर कार्रवाई से इन्कार कर दिया है।
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