नई दिल्ली - वह महिला रक्तदान करने गई थी तो उसने सोचा भी नहीं था कि उसके जीवन में इस तरह से एक किस्म का हाहाकार मच जाएगा। अास्ट्रिया में दूसरा सबसे बड़ा शहर है ग्राज। वहां एक अस्पताल में 25 साल की एक महिला रक्तदान करने गई। वहां उसे बताया गया कि उसके शरीर का रक्त उसके माता-पिता से अलग है। स्वाभाविक है कि वह भौंचक रह गई। उसके मां-बाप के लिए भी यह सूचना आश्चर्यजनक थी। फिर तीनों की डीएनए जांच हुई और वही बात सच निकली। इस महिला और उसके माता-पिता के नाम अभी सार्वजनिक नहीं किए गए हैं।
हम अपने यहां के अनुभव से जानते हैं कि सामान्य तौर पर अस्पताल यह कहकर पीछा छुड़ाने की कोशिश करते हैं कि बच्चे बदल जाने में हमारी गलती नहीं है और हम अपने दस्तावेज देखेंगे। लेकिन इस अस्पताल ने उनकी मदद करने का फैसला किया है। उसने 1990 में 15 अक्टूबर से 20 नवंबर के बीच अपने यहां जन्मे सभी 200 बच्चियों और उनके माता-पिता को डीएनए जांच के लिए बुलाया है। इससे पता चलेगा कि कहीं बच्ची बदल तो नहीं गई थी। ऐसा हुआ तो दो लोगों को अ
पने असली मां-बाप से मिलने का मौका मिलेगा।
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