
स्वामी ने ट्वीट किया, हम हिंदू भगवान कृष्ण का पैकेज मुसलमानों को ऑफर करते हैं, हमें 3 मंदिर दे दो और 39,997 मस्जिदें अपने पास रख लो। मुझे उम्मीद है मुस्लिम नेता दुर्योधन नहीं बनेंगे। स्वामी इससे पहले कह चुके हैं कि अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण मामले को पॉलीटिकल स्टंट के तौर पर नहीं देख जाना चाहिए।
स्वामी ने एएनआई से कहा, मान लिया जाय हम इस साल मंदिर नहीं बनाते हैं तो अगले साल चुनाव है और तब वर्ष 2018 में का इंतजार करना होगा। तब कहा जाएगा यह लोकसभा चुनाव के लिए किया जा रहा है। हर साल यहां चुनाव है। सिर्फ इसलिए चुनाव को लेकर मंदिर का निर्माण कार्य नहीं रोक सकते।
दिल्ली विश्वविद्यालय में राम मंदिर निर्माण चल रहे सेमिनार के विरोध करने वालों पर बरसते हुए सुब्रमण्यम स्वामी कहा, क्या यह असहिष्णुता नहीं है। रामजन्म भूमि मंदिर पर दो दिवसीय सेमिनार के खिलाफ दिल्ली विश्वविद्यालय के कला संकाय में कांग्रेस और वामपंथी छात्र संगठनों समेत विभिन्न संगठनों के कई प्रदर्शनकारियों ने विरोध जताया जिसके बाद पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया।
साथ ही सुब्रमण्यम स्वामी ने अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण पर सम्मेलन शुरू किया जहां उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि कोई भी कार्य बलपूर्वक या कानून के खिलाफ नहीं किया जाएगा। इस सेमिनार में स्वामी ने कहा, अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण हमारी संस्कृति को पुनर्जीवित करने के लिए जरूरी है और जब तक इसका निर्माण नहीं होता है तब तक हम इसे नहीं छोड़ेंगे। लेकिन कोई कार्य बलपूर्वक और कानून के खिलाफ नहीं किया जाएगा। हमें पूरा विश्वास है कि अदालत में हम जीतेंगे।
उन्होंने दावा किया कि पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण को समर्थन देने का वादा किया था। स्वामी ने कांग्रेस से अपील की कि वे इसके समर्थन में आगे आएं। सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा, राजीव गांधी ने निजी तौर पर उनसे कहा था कि राम मंदिर का निर्माण होगा और जब भी उन्हें मौका मिलेगा, वह इसमें मदद करेंगे और पार्टी के विरोध के बावजूद उन्होंने जो पहली मदद की, वह टेलीविजन पर रामायण का प्रसारण शुरू करने का था।
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