लखनऊ। जिला पंचायत अध्यक्ष पद के चुनाव मे बगावत का झंडा उठाने वाले बिसवां के विधायक रामपाल यादव व उनके बेटे जितेन्द्र यादव को समाजवादी पार्टी ने छह साल के लिए निष्कासित कर दिया है। जिला पंचायत अध्यक्ष के प्रत्याशी घोषित होते ही समाजवादी पार्टी में बगावत के सुर उठने शुरू हो गए थे। पार्टी ने सख्ती से इस पर नियंत्रण का प्रयास किया मगर बिजनौर की विधायक रुचिवीरा अपने पति व सीतापुर के विधायक रामपाल यादव अपने बेटे को चुनाव लड़ाने से पीछे नहीं हटे। पार्टी ने पहले दोनों विधायकों को निलंबित किया और शाम सीतापुर के बिसवां से दूसरी बार विधायक रामपाल यादव को पार्टी से छह साल के लिए निष्कासित कर दिया है। पार्टी प्रवक्ता राजेन्द्र चौधरी ने कार्रवाई की पुष्टि की।
विधायक महावीर सिंह बसपा से निलंबित
सहारनपुर के बेहट विधानसभा क्षेत्र से विधायक महावीर सिंह राणा को पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त होने के आरोप में बसपा से निलंबित कर दिया गया है। राणा के बड़े भाई व पूर्व सांसद जगदीश सिंह को भी पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है। राणा बंधुओं की भाजपा व सपा नेताओं से बढ़ती नजदीकी के कारण ही बसपा सुप्रीमो मायावती द्वारा अनुशासनात्मक कार्रवाई की गयी है। पूर्व सांसद जगदीश सिंह राणा सैफई महोत्सव में पहुंचे थे।
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