लखनऊ. यूपी बोर्ड की परीक्षाओं में नकल रोकने को लेकर सरकार सख्त होती नजर आ रही है। इसके लिए अभी से कवायद शुरू कर दी गर्इ है। इस बार परीक्षा को दूसरा व्यक्ति देता नजर आया तो उस परीक्षा केंद्र की खैर नहीं होगी। यूपी बोर्ड की परीक्षाओं में इस बार मोबाइल एप से विद्यार्थियों की हाजिरी लगाई जाएगी। इसके अलावा नकल के लिहाज से संवेदनशील 31 जिलों में एक निश्चित क्रम की उत्तर पुस्तिकाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। ताकि बाहर से काॅपी लिखकर लाने की गुंजाइश ही न बचे।
माध्यमिक शिक्षा मंत्री बलराम यादव नकलविहीन परीक्षाएं संपन्न कराने के लिए की जा रही तैयारियों की समीक्षा कर रहे थे। समीक्षा बैठक में यादव ने कहा कि परीक्षार्थियों की उपस्थिति को सत्यापित करने के लिए एक मोबाइल एप तैयार किया जा रहा है। जो परीक्षा केंद्र व्यवस्थापक के एंड्राॅयड फोन में उपलब्ध होगा। इस एप के माध्यम से छात्र का रोल नंबर फीड होते ही उसमें संबंधित पूरी जानकारी विभागीय सर्वर के डाटाबेस में भी फीड हो जाएगी। माध्यमिक शिक्षा राज्यमंत्री विजय बहादुर पाल ने कहा कि अठारह फरवरी से शुरू होने वाली परीक्षाओं को सुचारु तरीके से कराना हमारी प्राथमिकता है। प्रमुख सचिव माध्यमिक शिक्षा जितेंद्र कुमार ने कहा कि परीक्षा कक्ष में छात्राओं की चेकिंग महिला कक्ष निरीक्षक से कराने की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।
विज्ञान, गणित और वाणिज्य के शिक्षकों के पद होंगे सृजित
माध्यमिक शिक्षा मंत्री ने लड़कियों को विज्ञान, गणित और वाणिज्य विशयों की पढ़ाई के लिए प्रोत्साहित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि राजकीय इंटर काॅलेजों और राजकीय बालिका इंटर काॅलेजों में इन विशयों की मान्यता दिलाने के साथ ही इनके शिक्षकों के पद भी सृजित किए जाएंगे। यादव ने कहा कि मान्यता के लिए प्राप्त सभी आवेदन पत्रों को परिशद से अनुमोदित कराने के बाद शासन को मार्च के दूसरे सप्ताह में भेज दिया जाए ताकि जुलाई से वहां पढ़ाई शुरू हो सके। उन्होंने राजकीय माध्यमिक विद्यालयों में एलटी ग्रेड के विज्ञापित पदों पर चयनित अभ्यर्थियों के अंकपत्रों और प्रमाणपत्रों का जल्द सत्यापन कराने को भी कहा।
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