लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी में रविवार को एक बार फिर समाजवादी पार्टी (सपा) के मुखिया मुलायम सिंह यादव ने अपनी पीड़ा व्यक्त की। मुलायम ने कहा कि अयोध्या में कारसेवकों पर गोली चलवाने का उन्हें दुख है, लेकिन धर्मस्थल को बचाना भी बहुत जरूरी था।
समाजवादी नेता कर्पूरी ठाकुर की जयंती के मौके पर रविवार को सपा कार्यालय में आयोजित समारोह में मुलायम ने कहा कि उन्हें अयोध्या में कारसेवकों पर फायरिंग करवानी पड़ी थी, जिसका उन्हें दुख है। इस फायरिंग में 16 लोग मारे गए थे। सपा मुखिया ने कहा कि अगर और भी जानें जातीं, तब भी वह धर्मस्थल को बचाते। उन्होंने कहा कि इसीलिए बाद में मैंने नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दे दिया था। इससे पहले सपा प्रमुख ने जननायक कर्पूरी ठाकुर की तस्वीर पर श्रद्धासुमन अर्पित किए। इस मौके पर मुलायम ने एक बार फिर अपने ही मंत्रियों को फटकार लगाते हुए कहा कि अगर पैसा कमाना ही मकसद था तो राजनीति में आने के बजाय बिजनेस करते तो अच्छा होता।
लखनऊ में सपा के दफ्तर में जननायक कर्पूरी ठाकुर की जयंती के अवसर पर एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया था। मुलायम के अलावा माता प्रसाद पांडे, रामगोविंद चौधरी व अन्य कई बड़े नेता भी कार्यक्रम में मौजूद थे।
पार्टी प्रमुख ने सपा के वरिष्ठ नेताओं के सामने ही अपने मंत्रियों को फटकार लगाई, नसीहत दी और चेतावनी भी दे डाली। उन्होंने कहा कि पार्टी के आधे मंत्री अभी भी नहीं सुधरे हैं। मंत्री अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे। उनके सभी कामों पर मेरी पूरी नजर है। कार्यक्रम में मुलायम सिंह ने कर्पूरी ठाकुर से जुड़े संस्मरण भी सुनाए।
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