कानपुर/उन्नाव. स्कूल जाने के रास्ते में रेल की पटरियां बाधा बनीं तो 7वीं क्लास के स्टूडेंट ने पीएम को लेटर लिख दिया। पीएमओ ने इसे संज्ञान में लिया और रेलवे की टीम को निरीक्षण के लिए भेजा। अधिकारियों ने बच्चे से मिलकर उसकी परेशानी को समझा। अब उसके स्कूल जाने का आसान रास्ता बनाने की कवायद हो रही है।
10 किमी का फासला तय करना पड़ता था...
- उन्नाव के राजेपुर का रहने वाला नयन सिन्हा बस्ती के एक स्कूल में पढ़ता है।
- लखनऊ-कानपुर रेलवे मार्ग के दूसरे छोर पर उसका स्कूल है।
- इस वजह से उसे घूमकर जाने में 10 किमी का फासला तय करना पड़ता था, जबकि रेलवे ट्रैक पार कर पांच मिनट में ही स्कूल पहुंच सकते हैं।
सितंबर में लिखा था पीएम को लेटर
- नयन ने आठ सितंबर, 2015 को स्कूल में किसी को बिना बताए अपनी परेशानी लेटर में लिखी और पीएम को भेज दिया।
- पीएमओ ऑफिस ने छात्र की समस्या पर ध्यान दिया और रेल मंत्रालय को इसका समाधान करने के निर्देश दिए।
- नयन के घर पर हाल ही में इसका जवाब लेटर के जरिए पहुंचा तो सभी की खुशी का ठिकाना नहीं रहा।
जल्द ही समतल हो जाएगा रेलवे ट्रैक
- डिवीजनल इंजीनियर रंजीत कुमार ने बताया कि रेलवे ट्रैक को समतल करने का काम शुरू कर दिया गया है।
- जल्द ही छात्र को स्कूल आने-जाने के लिए नया रास्ता मिल जाएगा।
एक स्टूडेंट के एक्सीडेंट के बाद परेशान रहता था नयन
- मां संगीता सिन्हा ने कहा कि उन्हें बहुत खुशी है कि लेटर का जवाब आया है।
- नयन ट्रैक पार करते समय एक स्टूडेंट के एक्सीडेंट के बाद काफी परेशान रहता था।
- उसने एक दिन पूछा था कि पीएम मोदी सबकी मदद करते हैं, क्या वो हमारी भी करेंगे?
- इसके बाद ही उसने लेटर लिखकर ट्रैक को समतल करने या उस पर रास्ता बनाने की मांग की।
जान जोखिम में डालते हैं 200 बच्चे
- स्कूल की प्रिंसिपल सबिया खान का कहना है कि नयन ने सभी का नाम रोशन किया है।
- जिला प्रशासन, विधायक, सांसद और नेताओं ने इस ओर कोई कदम नहीं उठाया।
- यहां करीब 200 बच्चे अपनी जान जोखिम में डालकर रेलवे क्रॉसिंग पार करते हैं।
- पैरेंट्स को भी काफी परेशानी होती है। उन्हें सुबह-दोपहर में बच्चों को छोड़ने और लेने आना पड़ता है।
- नयन की पहल की वजह से ही अब रास्ता बनेगा।
COMMENTS