नोएडा। अरबों के घोटाले के आरोपी यादव सिंह को आखिरकार केंद्रीय जांच एजेंसी यानी सीबीआई ने गिरफ्तार कर लिया। घोटाले का आरोपी यादव सिंह नोएडा विकास प्राधिकरण में चीफ इंजीनियर रहा है और विकास कार्यों में बड़े पैमाने पर घोटालों का आरोपी है।
भ्रष्टाचार में संलिप्त यादव सिंह मामले में काफी लंबे समय बाद सीबीआई की बड़ी कार्रवाई सामने आई है। यादव सिंह को सीबीआई ने बुधवार देर शाम उनके घर से गिरफ्तार किया है। यादव सिंह को पूछताछ के लिए सीबीआई दफ्तर ले जाया गया है। मिली जानकारी के मुताबिक यादव सिंह से जुड़े घोटालो के मामलो में सीबीआई सघन जांच कर रही थी, जिसमें यादव सिंह को दोषी पाया गया है।
250 करोड़ के घोटाले में शामिल!
नोएडा में विकास कार्यों में हुए घोटालों की जांच करीब सवा साल पहले 26 नवंबर, 2014 को सीबीआई को सौंपी गई थी। इतने लंबे समय तक घोटाले के आरोपी यादव सिंह की गिरफ्तारी न होने पर सीबीआई पर ही सवाल उठने लगे थे । लेकिन बुधवार को सीबीआई ने उसे उसके घर से ही दबोच लिया। सूत्रों का दावा है कि सीबीआई ने यादव सिंह की करीब 250 करोड़ रुपए के घोटालों में संलिप्तता पाई है।
यादव सिंह बहाना बनाकर नहीं जा रहा था सीबीआई दफ्तर
यादव सिंह को सीबीआई पिछले कई दिनों से पूछताछ के लिए दफ्तर बुला रही थी मगर कोई ना कोई बहाना बना कर यादव सिंह सीबीआई दफ्तर नहीं जा रहा था। बुधवार को सीबीआई ने कार्रवाई की और उसे उसके घर से गिरफ्तार कर लिया।
पूछताछ के बाद कई और राज खुलेंगे
यादव सिंह की गिरफ्तारी के बाद कई ऐसे राज खुलेंगे जो की अब तक भ्रष्टाचार के मामले में सामने नहीं आ पाए हैं। सीबीआई यादव सिंह से पूरा सच उगलवाएगी। गिरफ्तारी के बाद अब कई ऐसे नाम और भी सामने आएंगे। जो कि अब तक नहीं आ पाए थे।
सात आईएएस भी जांच के घेरे में!
यादव सिंह की गिरफ्तारी के साथ ही सीबीआई ने नोएडा के विकास कार्यों में हुए घोटाले की जांच का दायरा बढ़ा दिया है। सूत्रों का कहना है कि सीबीआई इस मामले में जल्द ही सात आईएएस अधिकारियों से पूछताछ करेगी। हालांकि इस बारे में सीबीअाई की ओर से आधिकारिक रूप से कुछ नहीं कहा गया है।
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