नई दिल्ली। दुनिया के सबसे सस्ते स्मार्टफोन 'फ्रीडम 251' पर अभी असमंजस है। तीन महीने में 50 लाख फोन की डिलिवरी की बात कितनी सच है, इसकी पड़ताल एक निजी चैनल ने की।
क्या ये भारतीय टेलीकॉम उद्योग में क्रांति लाने वाला नया प्रॉडक्ट है? या फिर सच्चाई कुछ और है?
एडकॉम के मालिक संजीव भाटिया ने बताया कि फ्रीडम 251 हमारी कंपनी से 3600 रुपए में खरीदा गया है। उन्होंने इसके आर्डर भी दिखाए और उस यूनिट को भी दिखाने को कहा, जहां इस फोन का प्रोडक्शन चल रहा है।
हमने सिर्फ पैनल खरीदा
वहीं रिंगिंग बेल्स के प्रेसीडेंट अशोक चड्ढा से जब एडकॉम के दावे के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने एडकॉम से सिर्फ पैनल खरीदने की बात कही, जबकि फोन के बाकी हिस्सों को 'रिंगिंग बेल्स' ने ही असेंबल किया है।
3600 का फोन 251 में कैसे?
यह अबूझ पहेली है कि कैसे एक कंपनी 3600 रुपए में कोई प्रॉडक्ट खरीदकर उसे 251 रुपए में बाजार में बेचने जा रही है? एडकॉम के मालिक के बयान ने रिंगिंग बेल्स के दावों पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
असली नाम है 'आइकॉन-4 व्हाइट'
एडकॉम कंपनी के मालिक संजीव भाटिया ने कहा कि फ्रीडम 251 वास्तव में उनकी कंपनी द्वारा बनाया गया फोन है जिसका वास्तविक नाम 'आइकॉन-4 व्हाइट' है। उन्होंने आरोप लगाया कि 'रिंगिंग बेल्स' ने पैनल से आइकॉन-4 का ब्रांड नेम मिटा दिया और अपना स्टिकर चिपका दिया।
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