लखनऊ : बसपा प्रमुख मायावती ने उत्तर प्रदेश में वर्ष 2017 के विधानसभा चुनावों का बिगुल फूंकते हुए आज सपा और भाजपा पर हमला बोला। उन्होंने दावा किया कि केन्द्र की भाजपा और प्रदेश की सपा सरकार हर मोर्चे पर विफल रही हैं। मायावती यहीं नहीं रूकीं। उन्होंने वादा कर डाला कि वर्ष 2017 में उन्हें जनादेश मिला तो वह समाज को भय मुक्त बनाएंगीं और भ्रष्टाचार को खत्म कर देंगी। उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बसपा प्रमुख ने भीमराव अंबेडकर की 125वीं जयंती पर आयोजित जनसभा में कहा, ‘विधानसभा चुनावों में सपा और भाजपा को परास्त करें। इतना ही नहीं, आप यह सुनिश्चित करें कि उनके उम्मीदवारों की जमानत तक जब्त हो जाए।’ मायावती के निशाने पर कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी भी आये। उन्होंने कहा कि जब राहुल की पार्टी सत्ता में थी तो दलित छात्रों की आत्महत्याओं पर उन्होंने संज्ञान नहीं लिया था। ‘अब युवराज नाटकबाजी कर रहा है।’
राज्य की सपा सरकार पर हर मोर्चे पर विफल रहने का आरोप मढ़ते हुए उन्होंने जनता से कहा कि वह अगले चुनाव में बसपा को पूर्ण बहुमत से जितायें ताकि समाज भय और भ्रष्टाचार मुक्त हो सके। मायावती ने जनता को भाजपा, सपा और कांग्रेस तीनों से दूर रहने की नसीहत देते हुए कहा कि तीनों ही पार्टियां खोखले वायदे करती हैं।
उन्होंने विदेश से काला धन लाने में विफल रहने के लिए नरेन्द्र मोदी सरकार की भी आलोचना की। उनका कहना था कि मोदी ने पिछले लोकसभा चुनाव के दौरान काला धन वापस लाने के लिए वायदा किया था। मायावती ने कहा कि देश भर में भाजपा का आधार खिसक रहा है। मोदी की विदेश यात्राओं पर वह बोलीं कि खुद की पीठ थपथपाने के लिए प्रधानमंत्री ऐसी यात्राएं कर रहे हैं और जनता के धन का दुरूपयोग कर रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा उच्च शिक्षा संस्थानों में आरएसएस के एजेंडे को लागू करने का प्रयास कर रही है और इसके लिए तिकड़म कर रही है।
मायावती ने जापान की मदद से मुंबई से अहमदाबाद के बीच बुलेट ट्रेन चलाने के मोदी सरकार के फैसले पर तंज कसते हुए कहा कि इससे गरीबों को कोई फायदा नहीं होगा। उन्होंने कहा कि यदि यही धन कहीं और इस्तेमाल होता तो मनरेगा जैसी योजनाएं शुरू हो सकती थीं और गरीबों की मदद होती।
भारत माता की जय के नारे लगाने के मुद्दे पर बसपा प्रमुख ने राय दी कि ऐसा करना अनिवार्य नहीं है। देशभक्ति प्रदर्शित करने के और भी तरीके हैं। उन्होंने कहा कि हम बसपा में ‘जय भीम और जय भारत’ कहते हैं। कुछ जयहिन्द कहते हैं। भारत माता की जय का नारा लगाना अनिवार्य नहीं है, जिसके लिए भाजपा इतना हो हल्ला मचा रही है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए बसपा प्रमुख ने कहा कि जो व्यक्ति सैफई (इटावा) में जगमग मेला लगाने में व्यस्त हो, विदेशी यात्राएं कर रहा हो और अधिकारियों के साथ मैच खेल रहा हो, उससे जनता के कल्याण की उम्मीद कैसे की जा सकती है। ‘अधिकारी मैच में तो आपकी जीत सुनिश्चित कर सकते हैं लेकिन विधानसभा चुनाव में नहीं।’ उन्होंने कहा कि यदि बसपा की सरकार बनी तो ‘कानून व्यवस्था और विकास’ पर उनका ध्यान प्रमुखता से रहेगा। राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि जाति के आधार पर मौजूदा सपा सरकार ने जो फैसले किये, उनकी समीक्षा कर उचित कार्रवाई की जाएगी।
राज्य की सपा सरकार पर हर मोर्चे पर विफल रहने का आरोप मढ़ते हुए उन्होंने जनता से कहा कि वह अगले चुनाव में बसपा को पूर्ण बहुमत से जितायें ताकि समाज भय और भ्रष्टाचार मुक्त हो सके। मायावती ने जनता को भाजपा, सपा और कांग्रेस तीनों से दूर रहने की नसीहत देते हुए कहा कि तीनों ही पार्टियां खोखले वायदे करती हैं।
उन्होंने विदेश से काला धन लाने में विफल रहने के लिए नरेन्द्र मोदी सरकार की भी आलोचना की। उनका कहना था कि मोदी ने पिछले लोकसभा चुनाव के दौरान काला धन वापस लाने के लिए वायदा किया था। मायावती ने कहा कि देश भर में भाजपा का आधार खिसक रहा है। मोदी की विदेश यात्राओं पर वह बोलीं कि खुद की पीठ थपथपाने के लिए प्रधानमंत्री ऐसी यात्राएं कर रहे हैं और जनता के धन का दुरूपयोग कर रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा उच्च शिक्षा संस्थानों में आरएसएस के एजेंडे को लागू करने का प्रयास कर रही है और इसके लिए तिकड़म कर रही है।
मायावती ने जापान की मदद से मुंबई से अहमदाबाद के बीच बुलेट ट्रेन चलाने के मोदी सरकार के फैसले पर तंज कसते हुए कहा कि इससे गरीबों को कोई फायदा नहीं होगा। उन्होंने कहा कि यदि यही धन कहीं और इस्तेमाल होता तो मनरेगा जैसी योजनाएं शुरू हो सकती थीं और गरीबों की मदद होती।
भारत माता की जय के नारे लगाने के मुद्दे पर बसपा प्रमुख ने राय दी कि ऐसा करना अनिवार्य नहीं है। देशभक्ति प्रदर्शित करने के और भी तरीके हैं। उन्होंने कहा कि हम बसपा में ‘जय भीम और जय भारत’ कहते हैं। कुछ जयहिन्द कहते हैं। भारत माता की जय का नारा लगाना अनिवार्य नहीं है, जिसके लिए भाजपा इतना हो हल्ला मचा रही है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए बसपा प्रमुख ने कहा कि जो व्यक्ति सैफई (इटावा) में जगमग मेला लगाने में व्यस्त हो, विदेशी यात्राएं कर रहा हो और अधिकारियों के साथ मैच खेल रहा हो, उससे जनता के कल्याण की उम्मीद कैसे की जा सकती है। ‘अधिकारी मैच में तो आपकी जीत सुनिश्चित कर सकते हैं लेकिन विधानसभा चुनाव में नहीं।’ उन्होंने कहा कि यदि बसपा की सरकार बनी तो ‘कानून व्यवस्था और विकास’ पर उनका ध्यान प्रमुखता से रहेगा। राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि जाति के आधार पर मौजूदा सपा सरकार ने जो फैसले किये, उनकी समीक्षा कर उचित कार्रवाई की जाएगी।
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