
लखनऊ. राष्ट्रीय लोकदल के सुप्रीमो अजित सिंह समाजवादी के साथ गठबंधन कर राज्यसभा जाएंगे। सूत्रों का कहना है कि सपा के साथ गठबंधन को लेकर मुलायम और अजित की मीटिंग हुई। अजित के घर हुई मीटिंग में मुलायम के अलाव उनके भाई शिवपाल यादव और आशु मालिक भी मौजूद थे। हालांकि, शिवपाल ने इसे कर्टसी मीटिंग कहा है। क्या है स्ट्रैट्जी...
- सूत्रों का कहना है कि यूपी विधानसभा चुनाव 2017 के लिए मुलायम ने यह सियासी दांव चला है।
- पहले मुलायम चाहते थे कि रालोद का विलय सपा में कर दिया जाए लेकिन अजित सिंह इसके लिए तैयार नहीं थे।
- पश्चिमी यूपी में बेहतर प्रदर्शन को लेकर अब मुलायम गठबंधन के लिए तैयार हो गए हैं। इसके बदले सपा के समर्थन से अजित राज्यसभा जाएंगे।
बदल सकता है कैंडिडेट
- सूत्रों का कहना है कि अजित सिंह को राज्यसभा भेजने के लिए मुलायम सिंह यादव अपने एक राज्यसभा कैंडिडेट की कुर्बानी देंगे।
- इसमें विशम्भर निषाद और रेवती रमण सिंह के नाम की चर्चा है। हालांकि आखिरी फैसला मुलायम ही करेंगे।
अजित को क्यों पड़ी सपा की जरूरत
- यूपी विधानसभा में रालोद के 8 सदस्य हैं जबकि छोटी पार्टियों के 10 सदस्य हैं। उनमें छह निर्दलीय हैं।
- इन सबको मिलाकर भी अजित सिंह राज्यसभा नहीं जा सकते थे। उन्हें लंबे समय से समर्थन की तलाश थी।
- कांग्रेस भी उन्हें समर्थन नहीं दे पा रही थी क्योंकि उसे अपने कोटे से कपिल सिब्बल को भेजना है।
- ऐसे में अब सपा के सहारे ही अजित राज्यसभा जा सकते हैं।
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