अयोध्या. तीन दशक से अधिक समय से अयोध्या में विवादित स्थल पर मंदिर मस्जिद मुद्दे की लड़ाई लड़ रहे बाबरी मस्जिद के मुख्य मुद्दई हाशिम अंसारी वैसे तो शुरू से ही सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव के समर्थक रहें है और हमेशा से समाजवादी पार्टी की नीतियों रीतियों की सराहना करते रहे है, लेकिन इन दिनों हाशिम सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह से बेहद नाराज़ हैं और मुस्लिम समाज में अपनी अच्छी और ईमानदार साख रखने वाले हाशिम की ये नाराज़गी सपा को 2017 के विधानसभा चुनाव में में भारी नुकसान पहुंचा सकती है।
अब तक मुलायम सिंह यादव की तारीफों के पुल बांधने वाले हाशिम अंसारी मुलायम सिंह से इतना नाराज़ हैं कि वो मुलायम सिंह का नाम भी सुनना पसंद नहीं करते। हाशिम ने अपने आवास पर मीडिया के सामने बड़ा आरोप लगते हुए कहा है कि मुलायम सिंह देश के कानून का मज़ाक उड़ाते हैं। इतना ही नहीं मुलायम सिंह वादा खिलाफी करते हैं यानी वादा तो करते हैं, लेकिन पूरा नहीं करते।
कहा, मुलायम ने आजम को खरीद लिया है, लेकिन इससे सल्तनत नहीं चलने वाली
खुद की उपेक्षा और आजम से मुलायम की बढ़ी नजदीकियों से बेहद नाराज़ हाशिम अंसारी ने कहा कि मुलायम ने आजम को खरीद लिया है और सोचते हैं कि आजम के भरोसे सल्तनत चला लेंगे, ये गलतफहमी है। मुलायम को हाशिम ने चैलेन्ज किया कि आज़म और हाशिम एक साथ चाहे जहाँ खड़े हो जाएं और देख लें कि किसका ज्यादा स्वागत होता है। हालांकि उन्होंने अखिलेश ज़िंदाबाद कहा और ये भी कहा कि वो अखिलेश को दिलोजान से मानते हैं, लेकिन मुलायम सिंह को नहीं मानते। ज़ाहिर तौर पर साल 2017 के चुनावों से पहले हाशिम के बदले हुए तेवर मुलायम के लिए परेशानी की वजह बन सकते हैं। अब देखना ये है की मुलायम अपने पुराने साथी को कैसे मनाते हैं।
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