लखनऊ - भाजपा ने बसपा अध्यक्ष मायावती के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करने के लिए बुधवार देर रात अपनी उत्तर प्रदेश शाखा के उपाध्यक्ष दयाशंकर सिंह को पार्टी से 6 साल के लिए निकाल दिया। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य ने उन्हें पार्टी से बर्खास्त कर दिया। इससे कुछ घंटे पहले उन्होंने सिंह को सभी संगठनात्मक जिम्मेदारियों से मुक्त करने की घोषणा की थी। भाजपा सूत्रों ने कहा कि पार्टी के नियमों के तहत सिंह छह साल तक पार्टी से बाहर रहेंगे।
दूसरी तरफ बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती ने भी भाजपा की राजनीतिक घेराबंदी शुरू कर दी है। बसपा ने भाजपा के खिलाफ प्रदर्शन करने के लिए अपने सभी नेताओं को लखनऊ बुलाया है। गौरतलब है कि दयाशंकर सिंह ने बसपा प्रमुख मायावती की तुलना वैश्या से की थी। सिंह की टिप्पणी को लेकर आज राज्यसभा में जोरदार हंगामा हुआ। महिला सांसद सहित राज्यसभा सदस्यों ने टिप्पणी की कड़ी आलोचना की। राज्यसभा के उप सभापति पीजे कुरियन ने कहा कि सदन चाहता है कि सरकार ‘अक्षम्य’ टिप्पणी के लिए भाजपा नेता के खिलाफ कानून के तहत कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित करे। सदन के नेता अरूण जेटली ने टिप्पणी के लिए खेद जताते हुए उसे बेहद निंदनीय बताया।
बसपा ने पार्टी मुखिया मायावती के खिलाफ अभद्र टिप्पणी करने के मामले में भाजपा नेता दयाशंकर सिंह के खिलाफ बुधवार देर रात राजधानी के हजरतगंज थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी। बसपा नेता मेवालाल गौतम की तरफ से दर्ज प्राथमिकी में सिंह के खिलाफ अनुसूचित जाति एवं जनजाति (अत्याचार निरोधक) अधिनियम तथा भारतीय दंड सहिता की धाराएं लगाई गई है।
प्राथमिकी के साक्ष्य के रूप में दयाशंकर सिंह द्वारा मउ में मायावती के खिलाफ की गयी टिप्पणी की रिकार्डिग की सीडी भी प्रस्तुत की गयी है। प्राथमिकी दर्ज कराने पहुंचे नेताओं में विधानसभा में बसपा और प्रतिपक्ष के नेता गयाचरण दिनकर विधान परिषद में प्रतिपक्ष के नेता नसीमुद्दीन सिद्दीकी के साथ बडी संख्या में पार्टी नेता और कार्यकर्ता मौजूद थे।
बसपा ने इस मामले में सिंह की तत्काल गिरफ्तारी की मांग को लेकर गुरुवार को राजधानी लखनऊ में धरना प्रदर्शन करने का भी ऐलान किया है। इस बीच, प्रदेश में सत्तारूढ समाजवादी पार्टी ने मायावती के बारे में भाजपा नेता सिंह की अमर्यादित टिप्पणी की कठोर शब्दो में निन्दा करते हुए कहा कि राज्य सरकार इस मामले को बेहद गंभीरता से लेते हुए सख्त कार्रवाई करेगी।
सपा प्रवक्ता ने कहा, ‘समाजवादी पार्टी सरकार ने तय किया है कि बसपा मुखिया मायावती के बारे में अमर्यादित टिप्पणी के संबंध में दर्ज प्राथमिकी को बहुत गंभीरता से लिया जायेगा और कानून के तहत समुचित कार्रवाई की जायेगी।’ प्रवक्ता ने कहा कि समाजवादी पार्टी महिलाओं का बहुत सम्मान करती है और किसी भी महिला के खिलाफ अभद्र व्यवहार अथवा टिप्पणी की भर्त्सना करती है।
भाजपा नेताओं ने भी बसपा मुखिया के बारे में सिंह की टिप्पणी पर खेद जताते हुए उसकी निन्दा की है और उन्हें पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष के पद से हटा दिया है। भाजपा के प्रान्तीय अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य ने संवाददाताओं से कहा, ‘दयाशंकर सिंह को उपाध्यक्ष पद से हटा दिया गया है। उन्हें पार्टी की जिम्मेदारियों से भी मुक्त कर दिया गया है। ऐसी भाषा का भाजपा में कोई स्थान नहीं है।’ उन्होंने पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं को बयान देने में भाषा का ध्यान रखने की ताकीद करते हुए कहा है कि किसी पर टिप्पणी करने में मर्यादा का ध्यान रखें।
इससे पहले, मायावती ने बुधवार को राज्यसभा में इस मामले पर चेतावनी दी थी कि अगर दयाशंकर सिंह को गिरफ्तार नहीं किया गया तो लोग सड़कों पर उतर आएंगे। मालूम हो कि भाजपा ने हफ्ते भर पहले ही दयाशंकर सिंह को प्रदेश उपाध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी थी।
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