नई दिल्ली: वोडाफोन की एक रिपोर्ट ‘टुवर्डस अ मोर इक्वल वल्र्ड – द मोबाइल इंटरनेट रेवोल्यूशन’ के अनुसार स्मार्टफोन इंटरनेट का इस्तेमाल करते हुए यदि विशेष रूप से सही इनपुट का इस्तेमाल किया जाए तो भारत में छोटे किसानों की कमाई को 50 फीसदी तक बढ़ाया जा सकता है। रिपोर्ट के अनुसार उत्पादन में मात्र एक फीसदी बढ़ोतरी के द्वारा देश में गरीबी को 0.6 फीसदी से 1.3 फीसदी तक कम किया जा सकता है, जो कीमतों की तुलना कहीं अधिक प्रभावी होगा।
रिपोर्ट में विकासशील बाजारों में असमानता के मुद्दे को हल करने की मोबाइल इंटरनेट की क्षमता को विशेष तौर पर रेखांकित किया गया है। स्वतंत्र विशेषज्ञों द्वारा तैयार की गई वोडाफोन की यह रिपोर्ट इस बात पर रोशनी डालती है कि कैसे उभरते बाजारों में स्मार्टफोन और डेटा सेवाओं का इस्तेमाल एक अहम मोड़ साबित हो सकता है। इस रिपोर्ट के अनुसार छोटे किसानों के पास इंटरनेट संसाधनों, सेवाओं, जानकारी, बाजारों और सोशल नेटवर्क की सीमित उपलब्धता है।
रिपोर्ट में कहा गया है, “स्मार्टफोन के माध्यम से मोबाइल इंटरनेट की उपलब्धता भारत जैसी विकासशील अर्थव्यवस्थाओं में छोटे किसानों के जीवन पर सकारात्मक प्रभाव डाल सकती है। विशेष रूप से तब जबकि खेती में जानकारी की आवश्यकता बढ़ रही है। यह जानकारी मौसम पूर्वानुमान हो सकता है, जो किसानों को बता सकती है कि कब फसल बोएं और कब कटाई करें। वहीं ‘कीमतों की पारदर्शिता’ के बारे में भी इससे अहम जानकारी हासिल की जा सकती है, जो उन्हें अपनी फसलों की बेहतर कीमत पाने में मदद कर सकती है।”
इस रिपोर्ट के अनुसार मोबाइल इंटरनेट की उपलब्धता जानकारी से संबंधित असमानता को दूर करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है और सभी किसानों को व्यापक सोशल नेटवर्क से जुड़ने का एकसमान अवसर उपलब्ध करा सकती है। इसके अलावा रिपोर्ट में चेतावनी दी गई है, “जानकारी की इस असमानता को दूर नहीं किया गया तो यह आने वाले समय में अमीर और गरीब किसानों के बीच और बड़ा अंतर पैदा कर सकती है।” हालांकि रिपोर्ट के अनुसार मोबाइल ब्रॉडबैंड नेटवर्क में निवेश को जारी रखने के लिए बाजार निर्धारित कीमतों पर पर्याप्त मात्रा में स्पेक्ट्रम की सुलभता महत्वपूर्ण है।
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