![1 मिनट के लिए मंत्री को रोकने पर PSO ने गार्ड्स को दौड़ा दौड़ाकर पीटा 1 मिनट के लिए मंत्री को रोकने पर PSO ने गार्ड्स को दौड़ा दौड़ाकर पीटा](https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEh_mcNisl8J7dOw7SPXi4rhqyJvHMPlYJc-YNyDzlCqZnzi99C_qnA7dK2jFfXkgvJErF2TLbwEYcU3OZjQ7nPI35LED_UBwXu0fuKbpuN-DNvr8ZBVwAnPD2dTgrDNHdJJ7kN88wxfy1A/s640/minister.jpg)
गाजियाबाद। केंद्रीय मंत्री महेश शर्मा की कार ग्रुप हाउसिंग सोसाइटी के गेट पर 2 मिनट क्या रुकी मंत्री जी के साथ चल रहे सुरक्षाकर्मियों का पारा चढ़ गया। सुरक्षाकर्मियों ने तीन गार्डों को दौड़ा दौड़ाकर पीटा। ये सारी घटना सोसायटी के सीसीटीवी में रिकॉर्ड हो गई। आरोपी सुरक्षाकर्मी नीली बत्ती लगी स्कॉर्पियो में थे जिसपर पुलिस लिखा हुआ था। रेजिडेंट्स ने पुलिस में इसकी शिकायत दी है।
जिन गार्डों की पिटाई की गई और उनके साथ गालीगलौज हुई, उनकी गलती बस इतनी थी कि वो अपनी ड्यूटी मुस्तैदी से कर रहे थे। उन्हें गेट पर मौजूद तीन सुरक्षाकर्मियों ने जमकर पीटा और गाली दी। हालात ये थे कि उन्हें दौड़ा दौड़ाकर पीटा गया। ये पूरा मामला गाजियाबाद के आशियाना ग्रीन सोसाइटी का है।
CCTV: Union Minister Mahesh Sharma's security personnel thrash housing society guards in Ghaziabad (18.8.16)https://t.co/7IL9iRXbia— ANI UP (@ANINewsUP) August 19, 2016
पिटाई खाने वाले गार्डों का कहना है कि वह तो सिर्फ अपनी ड्यूटी कर रहे थे। उन्हें बिना किसी गलती से पीटा गया। पीड़ित सिक्यॉरिटी सुपरवाइजर अजय यादव ने बताया कि साहब को 74 ग्राउंड पर जाना था। उनके साथ पीछे वाली गाड़ी से दो लोग आए और गलियां देकर, भगा भगाकर मारा। उन्होंने कहा कि फ्लैट नंबर पूछने के लिए मुश्किल से उन्हें दो मिनट ही रोका गया था। 1 लाल बत्ती लगी गाड़ी थी और 3 नीली बत्ती लगी गाड़ी थी। जाते वक्त उन्होंने कुछ नहीं कहा। हम इसकी पुलिस में शिकायत करेंगे।
वहीं, महेश शर्मा ने इस पूरे विवाद पर बयान देते हुए कहा कि हां.. मैं आशियाना सोसायटी में अपनी बहन से मिलने गया था। बाहर गार्डों ने मुझे इंतजार करने को कहा और बाद में अंदर जाने की इजाजत दी। मेरी गैरहाजिरी में मेरे निजी सुरक्षाकर्मी मारपीट करने लगे। मैंने वापिस आते ही माफी मांग ली। मुझे लगता है कि लोग इस मुद्दे का राजनीतिकरण करना चाहते थे।
उन्होंने बताया, सुरक्षाकर्मियों का कहना था कि मंत्री को जाने देते... जो भी लिखा पढ़ी होती वो हम कर लेते....लेकिन सोसायटी के गार्ड ने कहा, ऐसे मंत्री रोज आते हैं।बिना कुछ जाने सुने मैंने सबसे पहले सोसायटी के गार्ड से माफी मांगी। RWA के अध्यक्ष से माफी मांगी। मैंने उस प्राइवेट गार्ड को सस्पेंड कर दिया है। इससे ज्यादा और क्या कर सकता हूं।
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