रियो ओलंपिक में भारत को बड़ा झटका लगा है. भारतीय महिला तीरंदाजी टीम क्वार्टर फाइनल में रूस के हाथों हारकर बाहर हो गयी है. भारतीय महिला तीरंदाजी टीम ने कोलंबिया को 5-3 से हराकर क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई लेकिन रुस से शूट आफ में 5-4 से हार गई. लंदन ओलंपिक में पहले दौर में बाहर होने वाली भारतीय महिला तीरंदाजी टीम पहली बार दूसरे दौर में पहुंची थी. रुस ने टाइब्रेकर में भारत को 25-23 से हरा दिया.
इससे पहले रविवार को भारतीय महिला तीरंदाज ने कोलंबिया को 5-3 से शिकस्त देकर रिकर्व स्पर्धा के क्वार्टरफाइनल में प्रवेश किया था. महिला तीरंदाज विशेषकर दीपिका कुमारी और लैशराम बोम्बायला देवी राहत महसूस करेंगी क्योंकि ये उस टीम का हिस्सा थी जो 2012 लंदन खेलों के शुरुआती राउंड में डेनमार्क से हार गयी थी.
दीपिका, लक्ष्मीरानी माझी और बोम्बायला की तिकडी अपना सर्वश्रेष्ठ नहीं दे सकी लेकिन कोलंबियाई टीम से बेहतर करने में सफल रही. दोनों टीमें पहले तीन सेट के बाद 3-3 से बराबरी पर थी और टर्निंग प्वाइंट अंतिम सेट रहा. अंतिम सेट में भारत के 52 अंक के स्कोर को पछाड़ने के लिये कोलंबिया को अंतिम तीन तीर में 28 अंक की जरुरत थी लेकिन उसकी तीरंदाज कैरोलिन एगुईरे एक बड़ी गलती करते हुए तीर पर नियंत्रण गंवा बैठी जिससे उसे केवल तीन अंक मिले. इससे भारतीय दल ने राहत की सांस ली. भारतीय तीरंदाजों ने यह सेट 52-44 से अपने नाम किया और महत्वपूर्ण दो अंक जुटाकर सेट जीतकर 5-3 की अजेय बढ़त बना ली.
भारतीय तिकड़ी का यह शानदार प्रदर्शन नहीं है क्योंकि उन्होंने केवल दो बार ही ‘परफेक्ट 10' का स्कोर बनाया. बोम्बायला ने पहले और दीपिका ने तीसरे सेट में. तीरंदाजी में भारत की सबसे बड़ी उम्मीद दीपिका से है लेकिन वह फार्म में नहीं दिखी क्योंकि उसने पहले सेट के अंतिम तीर में सात अंक जुटाये. इस सेट में भारतीय टीम ने केवल एक अंक की बढ़त से सेट अपने नाम किया. तीनों में बोम्बायला सबसे निरंतर रहीं, उन्होंने एक बार आठ अंक, पांच बार नौ अंक और एक बार परफेक्ट 10 जुटाये.
COMMENTS