वाराणसी। वाराणसी के रोडशो के दौरान तबीयत बिगड़ने के बाद कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी दिल्ली पहुंच चुकी हैं। उन्हें चेकअप के लिए गंगाराम अस्पताल ले जाया गया है। दिल्ली एयरपोर्ट पर उन्हें लेने पहुंची प्रियंका गांधी ने कहा कि सोनिया गांधी तीन दिन से बीमार थीं लेकिन वो वाराणसी जाने के लिए काफी उत्सुक थीं।
मिल रही जानकारी के मुताबिक पीएम नरेंद्र मोदी ने सोनिया का हालचाल लेने के लिए शीला दीक्षित को फोन किया।इस दौरान उन्होंने सोनिया के इलाज के लिए डॉक्टर और उन्हें दिल्ली लाने के लिए विमान भेजने की भी पेशकश की।
उत्तर प्रदेश में अगले साल की शुरुआत में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए अपनी पार्टी में जान फूंकने के उद्देश्य में मैदान में उतरीं कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की तबीयत अचानक बिगड़ गई। सोनिया गांधी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में एक मेगा रोड शो के जरिए कार्यकर्ताओं और आम जनता के बीच पहुंची थीं लेकिन बीच रोड शो में ही उनकी तबीयत खराब हो गई।
कांग्रेस अध्यक्षा कुछ देर के लिए रोड शो रोककर लहुराबीर के पास मॉडर्न होटल में आराम करने रुकीं लेकिन बाद में जब उन्हें राहत नहीं मिली तो वे रोड शो को बीच में ही छोड़कर दिल्ली रवाना होने की तैयारी करने लगीं। उन्हें रोड शो के बाद एक जनसभा को भी संबोधित करना था लेकिन सोनिया के चले जाने से इस रोड शो को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राज बब्बर और यूपी की सीएम कैंडीडेट शीला दीक्षित ही संबोधित करेंगी। सोनिया का काशी विश्वनाथ के मंदिर जाने का भी कार्यक्रम था लेकिन वे वहां भी नहीं जा पाईं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी ट्वीट कर सोनिया के शीघ्र स्वास्थ लाभ की कामना की। इससे पहले सोनिया ने बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राज बब्बर के साथ रोड शो शुरू किया। यह रोड शो कचहरी स्थित अंबेडकर पार्क से पंडित कमलापति त्रिपाठी पार्क तक गया।
Heard about Sonia ji’s ill health during her Varanasi visit today. I pray for her quick recovery and good health.— Narendra Modi (@narendramodi) August 2, 2016
सोनिया के साथ मुख्यमंत्री उम्मीदवार शीला दीक्षित और पार्टी के पूर्व सांसद पीएल पुनिया जैसे कई दिग्गज मौजूद रहे। अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार अभियान की शुरुआत वाराणसी से करने के पार्टी के फैसले को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को खुली चुनौती के रूप में देखा जा रहा है। मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद से यह सोनिया का पहला वाराणसी दौरा है।
इस यात्रा के दौरान राज्य में मुख्यमंत्री पद की उम्मीदवार शीला दीक्षित, एआईसीसी के महासचिव गुलाम नबी आजाद, यूपीसीसी के प्रमुख राज बब्बर, पार्टी के वरिष्ठ नेता प्रमोद तिवारी और संजय सिंह उनके साथ थे। कांग्रेस ने वाराणसी में विकास की कमी को रेखांकित करने के लिए ‘दर्द-ए-बनारस’ अभियान शुरू किया है। मोदी पिछले दो साल से लोकसभा में इस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं।
कांग्रेस पिछले 27 साल से उत्तरप्रदेश में सत्ता से बाहर है। ‘27 साल यूपी बेहाल’ नामक प्रचार के दौरान वह कह रही है कि राज्य की स्थिति पिछले 27 साल में बद से बदतर हो गई है। वाराणसी को पूर्वी उत्तरप्रदेश इलाके में खासा अहम माना जाता है। राज्य की 403 सीटों में से लगभग 160 क्षेत्र पूर्वी उत्तर प्रदेश में ही आते हैं। वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने सिर्फ दो ही सीटें- अमेठी और रायबरेली जीती थीं।
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