लखनऊ (जेएनएन)। रेलवे के कानपुर रेलखंड पर चल रहे ब्लॉक से परेशान यात्रियों का सफर जल्द ही और अधिक तेज होगा। रेलवे लखनऊ-कानपुर रेलखंड पर ट्रेनों को उनकी अधिकतम गति के साथ बिना स्पीड नियंत्रण की बाधा से दौड़ा सकेगा। इस रूट पर तेजस वह पहली ट्रेन होगी, जो कि 45 मिनट में लखनऊ से कानपुर की 72 किलोमीटर की दूरी तय करेगी।
लखनऊ से कानपुर रेलखंड पर ट्रेनों की गति अभी अधिकतम 100 किलोमीटर प्रतिघंटा है, जबकि हरौनी से अजगैन तक कई जगह पुरानी पटरियों, गिट्टियों की कमी और पुराने स्लीपर के साथ घुमाव को देखते हुए ट्रेनों की औसत गति 50 किलोमीटर प्रतिघंटा ही रह जाती है। शताब्दी एक्सप्रेस की औसत गति ही 60 किलोमीटर प्रतिघंटा रहती है।
रेलवे बोर्ड ने लखनऊ से आनंद विहार टर्मिनल तक 130 किलोमीटर प्रतिघंटा की गति वाली तेजस ट्रेन चलाने का आदेश दिया था, लेकिन लखनऊ-कानपुर के बीच गति नियंत्रण के कारण इसका संचालन नहीं हो पा रहा है।पिछले दिनों रेलवे बोर्ड के सदस्य यातायात मोहम्मद जमशेद ने इस रूट का निरीक्षण किया था। इसके बाद रेलवे लगातार ब्लॉक लेकर स्पीड में बाधा बने अवरोध को दूर कर रहा है। अब रेलवे ने 10 अक्टूबर तक इस काम को पूरा करने का लक्ष्य रखा है।
ऐसे दौड़ेंगी तेजस और हमसफर
लखनऊ से आनंद विहार के लिए गुरुवार को छोड़कर सप्ताह में छह दिन तेजस ट्रेन सुबह 6:50 बजे लखनऊ जंक्शन से रवाना होगी। लखनऊ के बाद कानपुर के ही ठहराव वाली यह ट्रेन डबल डेकर की तरह आनंद विहार से इसी दिन रात को लखनऊ वापस लौटेगी। इसी तरह गोरखपुर से आनंद विहार के लिए हमसफर सप्ताह में तीन दिन रविवार, मंगलवार व गुरुवार को रवाना होगी। ठहराव लखनऊ और कानपुर होगा। एसी बोगियों वाली यह ट्रेन अगले दिन सोमवार, बुधवार व शुक्रवार को लखनऊ के लिए रवाना होगी।
कानपुर रेलखंड पर गति प्रतिबंध हटाने की तैयारी
शताब्दी सहित सभी ट्रेनों की बढ़ेगी औसत गतिलखनऊ कानपुर रेलखंड पर ट्रेनों की अधिकतम गति अभी 100 से 110 किलोमीटर प्रतिघंटा तय है लेकिन कई जगह गति अवरोध हैं जिस कारण ट्रेनों की औसत गति 50 से 60 किलोमीटर प्रतिघंटा ही रह जाती है। सभी अवरोध को दूर किया जा रहा है जिससे ट्रेनें बिना किसी बाधा के पूरी गति के साथ कानपुर तक पहुंच सके। तेजस इस रूट पर 110 किलोमीटर प्रतिघंटा की गति से दौड़ेगी।
लखनऊ से कानपुर रेलखंड पर ट्रेनों की गति अभी अधिकतम 100 किलोमीटर प्रतिघंटा है, जबकि हरौनी से अजगैन तक कई जगह पुरानी पटरियों, गिट्टियों की कमी और पुराने स्लीपर के साथ घुमाव को देखते हुए ट्रेनों की औसत गति 50 किलोमीटर प्रतिघंटा ही रह जाती है। शताब्दी एक्सप्रेस की औसत गति ही 60 किलोमीटर प्रतिघंटा रहती है।
रेलवे बोर्ड ने लखनऊ से आनंद विहार टर्मिनल तक 130 किलोमीटर प्रतिघंटा की गति वाली तेजस ट्रेन चलाने का आदेश दिया था, लेकिन लखनऊ-कानपुर के बीच गति नियंत्रण के कारण इसका संचालन नहीं हो पा रहा है।पिछले दिनों रेलवे बोर्ड के सदस्य यातायात मोहम्मद जमशेद ने इस रूट का निरीक्षण किया था। इसके बाद रेलवे लगातार ब्लॉक लेकर स्पीड में बाधा बने अवरोध को दूर कर रहा है। अब रेलवे ने 10 अक्टूबर तक इस काम को पूरा करने का लक्ष्य रखा है।
ऐसे दौड़ेंगी तेजस और हमसफर
लखनऊ से आनंद विहार के लिए गुरुवार को छोड़कर सप्ताह में छह दिन तेजस ट्रेन सुबह 6:50 बजे लखनऊ जंक्शन से रवाना होगी। लखनऊ के बाद कानपुर के ही ठहराव वाली यह ट्रेन डबल डेकर की तरह आनंद विहार से इसी दिन रात को लखनऊ वापस लौटेगी। इसी तरह गोरखपुर से आनंद विहार के लिए हमसफर सप्ताह में तीन दिन रविवार, मंगलवार व गुरुवार को रवाना होगी। ठहराव लखनऊ और कानपुर होगा। एसी बोगियों वाली यह ट्रेन अगले दिन सोमवार, बुधवार व शुक्रवार को लखनऊ के लिए रवाना होगी।
कानपुर रेलखंड पर गति प्रतिबंध हटाने की तैयारी
शताब्दी सहित सभी ट्रेनों की बढ़ेगी औसत गतिलखनऊ कानपुर रेलखंड पर ट्रेनों की अधिकतम गति अभी 100 से 110 किलोमीटर प्रतिघंटा तय है लेकिन कई जगह गति अवरोध हैं जिस कारण ट्रेनों की औसत गति 50 से 60 किलोमीटर प्रतिघंटा ही रह जाती है। सभी अवरोध को दूर किया जा रहा है जिससे ट्रेनें बिना किसी बाधा के पूरी गति के साथ कानपुर तक पहुंच सके। तेजस इस रूट पर 110 किलोमीटर प्रतिघंटा की गति से दौड़ेगी।
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