सीवान : बिहार के सीवान जिला की एक अदालत में आज पत्रकार राजदेव रंजन हत्या मामले में संदिग्ध और गैंगेस्टर से राजनीति में आए राजद नेता मोहम्मद शहाबुद्दीन के कथित रूप से फरार शार्प शूटर मोहम्मद कैफ ने बुधवार को आत्मसमर्पण कर दिया।
पुलिस अधीक्षक सौरभ कुमार ने बताया कि कैफ उर्फ बंटी ने आज सीवान जिले के मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया। कैफ ने पुलिस से बचते हुए मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी अरविंद कुमार सिंह की अदालत में आत्मसमर्पण कर दिया। आत्मसमर्पण किए जाने पर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी ने कैफ को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया।
मोहम्मद जावेद नामक एक अन्य व्यक्ति के साथ इसी साल 13 मई को हुए पत्रकार राजदेव रंजन की हत्या मामले में संदिग्ध एवं फरार रहे कैफ के सीवान जिला के नगर थाना की पुलिस टीम ने दक्षिण टोला स्थित घर की रंगदारी के एक अन्य मामले में गत 14 सितंबर को कुर्की जब्ती की थी।
कैफ उर्फ बंटी और तीन अन्य के खिलाफ एक निजी इंजीनियरिंग कालेज से रंगदारी की राशि मांगने को पिछले महीने एक मामला दर्ज किया गया था, पर इस मामले में तीन अन्य आरोपियों ने अदालत के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया है जबकि कैफ फरार था। पुलिस ने राजदेव रंजन हत्या मामले में ही फरार रहे कैफ के घर की कुर्की जब्ती के लिए अदालत के समक्ष आग्रह करने का मन बनाया था।
इस मामले की जांच का जिम्मा सीबीआई द्वारा अपने हाथ में ले लिए जाने के बाद पुलिस ने गत 13 सितंबर को सीवान के मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी अरविंद कुमार सिंह की अदालत में याचिका दायर की थी जिसे अदालत ने स्वीकार कर लिया था।
उल्लेखनीय है कि क्रिकेटर बताए जाने वाले और सीवान जिला में एक क्रिकेट अकादमी का संचालन करने वाले कैफ गत 10 दिसंबर को एक वीडियो फुटेज में भागलपुर जेल से राजद के बाहुबली सांसाद मो. शहाबुद्दीन के रिहा होने के बाद उनके साथ खड़े दिखाई दिये थे।
कैफ की एक तस्वीर राजद प्रमुख लालू प्रसाद के बडे पुत्र और बिहार के स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप के साथ एक तस्वीर ने राजद और विपक्षी दल भाजपा के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया था।
पुलिस अधीक्षक सौरभ कुमार ने बताया कि कैफ उर्फ बंटी ने आज सीवान जिले के मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया। कैफ ने पुलिस से बचते हुए मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी अरविंद कुमार सिंह की अदालत में आत्मसमर्पण कर दिया। आत्मसमर्पण किए जाने पर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी ने कैफ को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया।
मोहम्मद जावेद नामक एक अन्य व्यक्ति के साथ इसी साल 13 मई को हुए पत्रकार राजदेव रंजन की हत्या मामले में संदिग्ध एवं फरार रहे कैफ के सीवान जिला के नगर थाना की पुलिस टीम ने दक्षिण टोला स्थित घर की रंगदारी के एक अन्य मामले में गत 14 सितंबर को कुर्की जब्ती की थी।
कैफ उर्फ बंटी और तीन अन्य के खिलाफ एक निजी इंजीनियरिंग कालेज से रंगदारी की राशि मांगने को पिछले महीने एक मामला दर्ज किया गया था, पर इस मामले में तीन अन्य आरोपियों ने अदालत के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया है जबकि कैफ फरार था। पुलिस ने राजदेव रंजन हत्या मामले में ही फरार रहे कैफ के घर की कुर्की जब्ती के लिए अदालत के समक्ष आग्रह करने का मन बनाया था।
इस मामले की जांच का जिम्मा सीबीआई द्वारा अपने हाथ में ले लिए जाने के बाद पुलिस ने गत 13 सितंबर को सीवान के मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी अरविंद कुमार सिंह की अदालत में याचिका दायर की थी जिसे अदालत ने स्वीकार कर लिया था।
उल्लेखनीय है कि क्रिकेटर बताए जाने वाले और सीवान जिला में एक क्रिकेट अकादमी का संचालन करने वाले कैफ गत 10 दिसंबर को एक वीडियो फुटेज में भागलपुर जेल से राजद के बाहुबली सांसाद मो. शहाबुद्दीन के रिहा होने के बाद उनके साथ खड़े दिखाई दिये थे।
कैफ की एक तस्वीर राजद प्रमुख लालू प्रसाद के बडे पुत्र और बिहार के स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप के साथ एक तस्वीर ने राजद और विपक्षी दल भाजपा के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया था।
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