नई दिल्ली। तेजाब कांड के गवाह की हत्या के मामले में जमानत पर बाहर आए पूर्व आरजेडी सांसद शहाबुद्दीन के लिए देश के जाने-माने वकील राम जेठमलानी कोर्ट में बहस करते नजर आएंगे। राम जेठमलानी द्वारा शहाबुद्दीन का केस लिए जाने के बाद सियासी गलियारे में विवाद खड़ा हो गया है। हालांकि, जेठमलानी यह केस लड़ने के लिए तैयार हो गए हैं। बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और बीजेपी नेता सुशील मोदी ने जेठमलानी के इस केस को लड़ने के खिलाफ तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि जेठमलानी केवल वकील ही नहीं, बल्कि वो बिहार सरकार के महागठबंधन में शामिल आरजेडी के सांसद भी हैं। उन्हें यह मुकदमा नहीं लड़ना चाहिए।
इधर, सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में शहाबुद्दीन को नोटिस जारी किया है। सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में पटना हाइकोर्ट से मिली जमानत को चुनौती देनेवाली याचिकाओं पर शहाबुद्दीन से सात दिनों में जवाब मांगा है।
इससे पहले बिहार सरकार और सिवान के व्यवसायी चंदा बाबू ने शहाबुद्दीन को मिली जमानत के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में अपील दायर की थी। जिस पर सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने पूछा कि क्यों न जमानत को रद्द कर दिया जाए?
शहाबुद्दीन ने मामले के लिए पूर्व कानून मंत्री कपिल सिब्बल और वरिष्ठ वकील जेठमलानी तथा आपराधिक मामलों के चर्चित वकील अमरेंद्र शरण से बातचीत की थी। मिली जानकारी के अनुसार जेठमलानी शनिवार को कोर्ट में वकालतनामा दाखिल कर देंगे। इस मामले की सुनवाई सोमवार को है।
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