लखनऊ. पॉलिटेक्निक छात्रा संस्कृति राय के मर्डर केस का खुलासा हो गया है. पुलिस के मुताबिक छात्रा की हत्या लूट के इरादे से की गई थी. घटना में शामिल मुख्य आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है, उसके पास छात्रा के सभी सामान बरामद हो गए हैं. हत्यारे ने आरोप को स्वीकार भी कर लिया है. पुलिस के मुताबिक हत्या में शामिल तीन लोग अभी फरार हैं, उनकी तलाश की जा रही है. आरोपितों की तलाश में टीमें दूसरे प्रदेश में भी गई हुईं हैं. आरोपित के खिलाफ पहले भी कई मामलों में रिपोर्ट दर्ज है.
छात्रा को मुंशी पुलिया चौराहे से बैठाया था आॅटो पर—
आरोपित ऑटो चालक राजेश ने पूछताछ में बताया कि वह मूलरूप से सीतापुर का रहना वाला है. अलीगंज स्थित गल्लामंडी के पास झोपड़ी में रहता है. एडीजी जोन का दावा है कि आरोपित राजेश ने बताया कि घटना के दिन 21 जून को उसने वारदात में शामिल तीन अन्य दोस्तों के साथ गल्लामंडी के पास शराब पी थी. इसके बाद चारों लोग मुंशी पुलिया चौराहे पहुंचे थे. चौराहे पर उन लोगों ने देखा कि छात्रा तेजी से चलकर आई. वह सवारी का इंतजार कर रही थी.
दो सवारियों को छोड़ने का झांसा देकर बदला था रास्ता-
एडीजी जोन ने बताया कि मुंशी पुलिया चौराहे पर आरोपितों ने पॉलिटेक्निक छात्रा के पास ऑटो रोका. दो आरोपित आगे बैठे हुए थे. पीछे बैठे दो आरोपित ऑटो से उतर गए. पॉलिटेक्निक छात्रा के ऑटो में बैठने के बाद दोनों आरोपित भी बैठ गए. इसके बाद छात्रा को झांसा दिया गया कि पीछे बैठे दो लोगों को छोड़ने के बाद उसे बादशाह नगर रेलवे स्टेशन में छोड़ दिया जाएगा.
पीछे बैठे दो आरोपितों ने छात्रा को बना लिया था बंधक –
आईजी रेंज सुजीत पांडेय के मुताबिक आरोपित मुंशी पुलिया से कलेवा चौराहे पहुंचे. वहां राइट टर्न लेकर सी-ब्लॉक की ओर बढ़ गए. तब तक छात्रा को यह लग रहा था कि पीछे बैठे दो लोगों को छोड़ने के बाद उसे बादशाह नगर छोड़ा जाएगा, इस लिए उसने कोई विरोध नहीं किया. इसके बाद आरोपित ऑटो लेकर बी-ब्लॉक होते आम्रपाली चौराहे पहुंच गए. वहां से सेक्टर-25 होते हुए खुर्रमनगर गए. इससे पहले छात्रा उनके इरादे भांव पाती पीछे बैठे आरोपित ने उसे बंधक बना लिया। इसके बाद आरोपित ऑटो लेकर टेढ़ी पुलिया गए और पॉलिटेक्निक छात्रा का बैग लूटने का प्रयास किया.
छात्रा के विरोध करने पर तमंचा लगा दिया था –
पुलिस के मुताबिक टेढ़ी पुलिया पर छात्रा के विरोध करने पर आरोपितों ने उसके तमंचा सटा दिया था. उसे शांत न रहने पर जान से मारने की धमकी दी गई. इसके बाद उसका मोबाइल छीनकर स्विच ऑफ कर दिया था. वहां से आरोपित ऑटो से छात्रा को भिठौली ले गए और आईआईएम रोड स्थित घैला पुल के पास पहुंचे. वहां पॉलिटेक्निक छात्रा से उसका बैग लूट लिया. छात्रा के विरोध करने पर उसका सिर सड़क किनारे बनी छोटी सी दीवार में टकरा कर लहूलुहान कर दिया था. इसके बाद छात्रा को सड़क से नीचे फेंक दिया था.
सर्विलांस और मुखबिर की मदद से आरोपित तक पहुंचे –
पॉलिटेक्निक छात्रा की हत्या के मामले में छानबीन कर रही पुलिस को मोबाइल फोन रेकॉर्ड, सीसीटीवी कैमरों की फुटेज और मुखबिर से कई अहम सुराग मिले थे. पुलिस ने कई लोगों से अलग-अलग पूछताछ भी की थी. गाजीपुर पुलिस और एसटीएफ को इस बात का सुराग मिला कि पॉलिटेक्निक छात्रा मुंशी पुलिया से एक ऑटो में बैठकर बादशाहनगर रेलवे स्टेशन के लिए निकली थी. पुलिस ने सर्विलांस की मदद ली. कुछ संदिग्ध नंबर पुलिस के हाथ लगे. इस आधार पर पुलिस को सीतापुर के रामपुर कला निवासी राजेश रैदास के बारे में पता चला. पुलिस ने उसका आपराधिक इतिहास खंगाला. उसके खिलाफ 11 आपराधिक मामले दर्ज हैं. वह रामपुर कला का हिस्ट्रीशीटर है. बुधवार की रात गाजीपुर पुलिस ने उसे उठाया. पूछताछ पहले तो उसने पुलिस को गुमराह किया. इसके बाद पुलिस ने उसके घर की तलाशी ली. पुलिस को राजेश के घर से पॉलिटेक्निक छत्रा का बैग, 2200 रुपये, बैग में रखी नोटबुक, घरवालों के कुछ फोटोग्राफ और अन्य दस्तावेज मिल गए. इसके बाद पुलिस ने राजेश से सख्ती से पूछताछ की. पुलिस का कहना है कि आरोपित ने वारदात करने की बात स्वीकार कर ली है.
यह है मामला –
पॉलिटेक्निक छात्रा इंदिरानगर स्थित किराए के मकान में रहती थी. वह 21 जून की रात वह बादशाहनगर रेलवे स्टेशन के लिए निकली थी. रेलवे स्टेशन से उसे अपनी दोस्त के साथ बलिया जाने के लिए ट्रेन पकड़नी थी. छात्रा के स्टेशन न पहुंचने पर उसकी सहेली ने पीड़ित परिवारीजनों को इस संबंध में सूचना दी थी. परिवरीजनों ने रात में ही छात्रा के बारे में पता किया था. कोई सुराग न लगने पर पुलिस को सूचना दी थी. 22 जून को वह खून से लथपथ हालत में आईआईएम रोड के नीचे खेत में संदिग्ध हालात में मिली थी. अस्पताल ले जाते समय उसकी मौत हो गई थी. पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में हत्या किए जाने की पुष्टि हुई थी.
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