नई दिल्ली. ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल मुसलमीन (AIMIM) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने शनिवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर जमकर बरसे. वह एक कार्यक्रम में दोनों लोगों पर हमला किया. उन्होंने कहा कि योगी और मोदी का दलित प्रेम सिर्फ छलावा है.
उन्होंने कहा कि यदि योगी को दलितों से इतना ही प्रेम है तो उन्हे आबादी के हिसाब से आरक्षण मुहैया करायें. अलीगढ़ विश्वविद्यालय में दलितों को आरक्षण मुहैया कराने के सवाल पर बेबाक राय रखी. उन्होंने कहा, ‘संविधान का अनुच्छेद 30 कहता है कि अल्पसंख्यक संस्थानों में आरक्षण नहीं होगा. आर्टिकल 55 में भी यही बात कही गई है.
उन्होंने कहा कि अलीगढ़ और जामिया में 50 फीसदी तो अपर कास्ट को मिल रहा है. योगी आदित्यनाथ हटा दें यह प्रावधान. योगी अगर दलितों के हमदर्द बन रहे हैं तो उनकी आबादी के मुताबिक उन्हें आरक्षण दें.’
ओवैसी ने कहा, ‘योगी जी अगर दलित के हमदर्द हैं तो उत्तर प्रदेश में उनकी आबादी के मुताबिक आरक्षण मुहैया कराएं. एससी/एसटी एक्ट पर आए सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ मोदी सरकार को अध्यादेश लाना चाहिए. आप संविधान के मुताबिक आऱक्षण नहीं देंगे बल्कि नफरत फैलाएंगे.
ओवैसी ने मोदी सरकार के दलित प्रेम पर सवाल उठाया. उन्होंने कहा कि एससी/एसटी एक्ट के खिलाफ जिस जज ने फैसला दिया, उसे एनजीटी का अध्यक्ष बना दिया गया. इतना ही दलितों से प्रेम हो तो निजी क्षेत्र में भी उन्हें 50 फीसदी आरक्षण दीजिए.
आपसी मसला सुलझाता है शरिया कोर्ट
ओवैसी ने शरिया कोर्ट पर कहा, 17 जुलाई 2014 को सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि यह समानांतर कोर्ट नहीं. इसे आपसी झगड़ा सुलझाने के लिए गठित किया जाता है. मध्य प्रदेश में भी ऐसा ही एक आदेश आया था. जस्टिस प्रसाद का फैसला था. इसका मकसद संपत्ति में बंटवारे का हल है, पूरी दुनिया में चलता है. इसके पास कोई ताकत भी नहीं है, यह केवल कानूनी सलाह और विचार देते हैं.
तीन तलाक बिल पर क्या दी राय
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल मुसलमीन के नेता ने कहा कि लोकसभा में तीन तलाक बिल पास होने के बाद मुस्लिम महिलाओं ने सड़क पर निकलकर इसके खिलाफ पैगाम दिया.
अगर राज्यसभा में यह बिल पास भी हो गया तो बीमारी खत्म नहीं होगी. 22 लाख महिलाओं के पति उनके साथ नहीं रहते. उनके साथ क्या होगा, अगर किसी को दो साल सजा होगी तो बीबी इंतजार करेगी कि आइए साथ जिंदगी गुजारेंगे.
उनका कहना है, ‘किसी ने इनके कान में कह दिया तो इनको लगा कि सब तारीफ करेंगे, मोदी जी को लगा कि सब तारीफ करेंगे, मैंने इन्हें अपने भाषणों में लगातार कहा कि ऐसे तलाक मत दीजिए. वो मुसलमानों को सबूलियत खत्म करना चाहते हैं.’
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