देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने ग्राहकों को झटका दिया है। एक महीने में एसबीआई ने दूसरी बार रिटेल टर्म डिपॉजिट यानी फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) पर मिलने वाले ब्याज में कमी कर दी है। भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने बुधवार को कहा कि उसने विभिन्न टेनर्स के लिए फंड आधारित उधार दर (एमसीएलआर) बेसिस प्वाइंट की कटौती 10 मार्च से प्रभावी कर दिया है। कटौती के बाद एक साल का एमसीएलआर 7.85 फीसदी से घटकर 7.75 फीसदी पर आ गया है। एसबीआई ने ये साफ किया है कि नई दरें नई एफडी पर ही लागू होंगी। तीन महीने की एमसीएलआर को 7.65 % से संशोधित कर 7.50 % कर दिया गया है। चालू वित्त वर्ष में बैंक द्वारा MCLR में यह लगातार 10 वीं कटौती है। हालांकि इस कटौती के बाद ऑटो लोन, होम लोन सस्ते होंगे।
दो करोड़ से कम की एफडी पर ब्याज
अवधि आम नागरिकों के लिए नई दर (10 मार्च 2020 से)
- सात से 45 दिन 4.00 %
- 46 से 179 दिन 5.00 %
- 180 से 210 दिन 5.50 %
- 211 से एक साल 5.50 %
- एक साल से दो साल 5.90 %
- दो साल से तीन साल 5.90 %
- तीन साल से पांच साल 5.90 %
- पांच साल से 10 साल 5.90 %
बैंक ने एक साल अवधि के लिए एमसीएलआर में 0.10 प्रतिशत की कटौती की है, जो 7.85 प्रतिशत से घटकर 7.75 प्रतिशत हो गई है। बैंक ने चालू वित्त वर्ष में लगातार 10वीं बार एमसीएलआर कटौती की है। एक दिन अवधि के और एक महीने के लिए एमसीएलआर में 0.15 प्रतिशत की कटौती कर इसे 7.45 प्रतिशत कर दिया गया है। तीन माह अवधि के लिए एमसीएलआर को 7.65 प्रतिशत से घटाकर 7.50 प्रतिशत कर दिया गया है।
वरिष्ठ नागरिकों के लिए नई दर
- अवधि (10 मार्च 2020 से लागू)
- सात से 45 दिन 4.50 %
- 46 से 179 दिन 5.50 %
- 180 से 210 दिन 6.00 %
- 211 से एक साल 6.00 %
- एक साल से दो साल 6.40 %
- दो साल से तीन साल 6.40 %
- तीन साल से पांच साल 6.40 %
- पांच साल से 10 साल 6.40 %
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