लखनऊ से पैदल बिहार जा रहे एक भट्ठा मजदूर की आजमगढ़ के लालगंज में मौत हो गई। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। युवक के पिता को पुलिस ने सूचना दे दी है। वह लखनऊ से आजमगढ़ के लिए रवाना हो गया है।
बताया जा रहा है कि उपेंद्र 25 पुत्र देवनाथ निवासी गया, बिहार अपने माता पिता के साथ लखनऊ में एक भट्ठा पर मजदूरी करता था। लॉकडाउन होने के बावजूद उपेंद्र लखनऊ से बिहार जाने के लिए पैदल ही घर से निकल गया। वह बाराबंकी, आंबेडकर नगर के रास्ते आजमगढ़ पहुंचा। बुधवार को आजमगढ़ में तबियत खराब होने पर वह लालगंज में एक भट्ठे पर मजदूरी करने वाले अपने रिश्तेदार के यहां चला गया। उपेंद्र वहां दो दिन रहा।
शनिवार ढाई बजे तबियत ज्यादा खराब होने पर उसके रिश्तेदार ने उसे लालगंज सीएचसी में भर्ती कराया गया। रविवार को उसे मंडलीय अस्पताल में रेफर कर दिया गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। उपेंद्र के मां-बाप भी लखनऊ में भट्ठा मजदूर हैं।
रिश्तेदार नहीं पहुंचा मोर्चरी में रखा है शव
लखनऊ से पैदल बिहार जा रहा भट्ठा मजदूर उपेंद्र अपने रिश्तेदार के यहां लालगंज में रूका था। उसकी हालत बिगड़ने पर रिश्तेदार ने उसे अस्पताल भेज दिया। जहां उसकी मौत हो गई। मौत के बाद वह उसका शव लेने नहीं पहुंचा। अस्पताल कर्मियों ने उसके शव को मोर्चरी में रखवा दिया है। शव लेने के लिए परिजन लखनऊ से आ रहे हैं। सोमवार को पोस्टमार्टम होगा।
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