चीन के विदेश मंत्रालय ने मांगा जवाब-:
चाइन डेली के मुताबिक, चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गेंग शुआंग ने सवाल किया है कि H1N1 फ्लू की उत्पत्ति साल 2009 में अमरिका से दुनिया के 215 देशों में फैली, जिसमें करीब 2 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हुई। क्या किसी ने अमेरिका से इसके लिए मुआवजे की मांग की? गेंग शुआंग ने आगे कहा कि एड्स अमेरिका से साल 1980 में पूरी दुनिया में फैला और इसके चलते भारी क्षति हुई। लेकिन क्या इसके लिए किसी ने अमेरिकी की जवाबदेही तय की?
गेंग शुआंग यहीं नहीं रुके और नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ सिंगापुर के प्रोफेसर किशोर महबुबानी का हवाला देते हुए कहा कि लेहमन ब्रदर्स के गिरने से 2008 में दुनिया भर में मंदी आई लेकिन किसी ने अमेरिकी को परिणाम भुगतने की बात नहीं कही थी।
दरअसल, कोरोना को लेकर अमेरिका और चीन में जोरदार जुबानी जंग चल रही है। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने तो यहां तक कह दिया है कि अगर चीन कोरोना वायरस फैलने के लिए जिम्मेदार है और उसे इसके फैलने के बारे में पता था और उसने दुनिया से इसे छिपाया तो इसके परिणाम भुगतने होंगे। ट्रेड वॉर समेत दोनों देशों के संबंधों में पिछले कई सालों से लगातार कटुता रही है।
चीन ने कहा हम अपराधी नहीं-:
एक दिन पहले चीन ने सोमवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की उस मांग को सिरे से खारिज कर दिया, जिसमें उन्होंने कहा था कि कोरोना वायरस की उत्पत्ति की जांच के लिए एक अमेरिकी दल को वुहान में एंट्री की अनुमति दी जाए। चीन ने ट्रंप की मांग खारिज करते हुए कहा कि वह भी अन्य देशों की तरह कोरोना वायरस का पीड़ित है, अपराधी नहीं।
चाइन डेली के मुताबिक, चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गेंग शुआंग ने सवाल किया है कि H1N1 फ्लू की उत्पत्ति साल 2009 में अमरिका से दुनिया के 215 देशों में फैली, जिसमें करीब 2 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हुई। क्या किसी ने अमेरिका से इसके लिए मुआवजे की मांग की? गेंग शुआंग ने आगे कहा कि एड्स अमेरिका से साल 1980 में पूरी दुनिया में फैला और इसके चलते भारी क्षति हुई। लेकिन क्या इसके लिए किसी ने अमेरिकी की जवाबदेही तय की?
#FMsays "The H1N1 flu that broke out in the US in 2009 spread to 214 countries and regions, killing nearly 200,000 people, has anyone demanded the US for compensation?" Foreign Ministry spokesman Geng Shuang asked on Monday. (1/3) pic.twitter.com/JDpxxGE1OW— China Daily (@ChinaDaily) April 20, 2020
गेंग शुआंग यहीं नहीं रुके और नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ सिंगापुर के प्रोफेसर किशोर महबुबानी का हवाला देते हुए कहा कि लेहमन ब्रदर्स के गिरने से 2008 में दुनिया भर में मंदी आई लेकिन किसी ने अमेरिकी को परिणाम भुगतने की बात नहीं कही थी।
दरअसल, कोरोना को लेकर अमेरिका और चीन में जोरदार जुबानी जंग चल रही है। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने तो यहां तक कह दिया है कि अगर चीन कोरोना वायरस फैलने के लिए जिम्मेदार है और उसे इसके फैलने के बारे में पता था और उसने दुनिया से इसे छिपाया तो इसके परिणाम भुगतने होंगे। ट्रेड वॉर समेत दोनों देशों के संबंधों में पिछले कई सालों से लगातार कटुता रही है।
चीन ने कहा हम अपराधी नहीं-:
एक दिन पहले चीन ने सोमवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की उस मांग को सिरे से खारिज कर दिया, जिसमें उन्होंने कहा था कि कोरोना वायरस की उत्पत्ति की जांच के लिए एक अमेरिकी दल को वुहान में एंट्री की अनुमति दी जाए। चीन ने ट्रंप की मांग खारिज करते हुए कहा कि वह भी अन्य देशों की तरह कोरोना वायरस का पीड़ित है, अपराधी नहीं।
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