नीम व तुलसी के गुणों वाले हैंडवॉश से संक्रमण दूर होगा। कोविड-19 के फैलाव को रोकने लिए अल्कोहल युक्त सेनेटाइजर बनाने के कच्चे माल की कमी को देखते हुए आईआईटी बीएचयू के केमिकल इंजीनियरिंग विभाग ने हैंडवॉश बनाने का घरेलू फार्मूला बताया है। इससे आसानी से घर पर ही हैंडवॉश बनाया जा सकता है। इसमें नीम, तुलसी और रीठा के साथ एलोवेरा की जरूरत होगी।
नीम व तुलसी के एंटीबैक्टीरियल गुणों से सभी परिचित हैं। औषधीय गुणों से युक्त नीम व तुलसी वर्षों से लोगों के घरों में प्रमुखता से इस्तेमाल की जाती है। केमिकल इंजीनयरिंग विभाग के प्रो. पीके मिश्रा ने बताया कि सेनेटाइजर बनाने के लिए उपयोग किए जाने वाले केमिकल की कमी हो गई है। पर इससे घबराने की बात नहीं है। हैंडवॉश घर में ही तैयार किया जा सकता है। यह न सिर्फ कारगर व सस्ता होगा, बल्कि इसे बहुत ही आसानी से बनाया जा सकता है।
इसके लिए 100 ग्राम नीम की पत्ती, इतनी ही तुलसी और 50 ग्राम रीठा को दो लीटर पानी में उबालना है। जब पानी एक लीटर से थोड़ा ज्यादा बचे तब आंच से उतार कर ठंडा कर लें फिर इसके बाद एलोवेरा का गूदा उसमें मिला कर बोतल में रख लें। इसका इस्तेमाल साबुन की तरह किया जा सकता है। घोल को हाथ में लें और थोड़ा पानी लेकर कम से कम 20 सेकेंड तक हाथों को अच्छी तरह से रगडें और अंत में पानी से धो लें। प्रो. पीके मिश्र ने बताया कि ऐसे ही फिटकरी, नीम, रीठा और एलोवेरा को भी मिलाकर हैंडवॉश तैयार किया जा सकता है।
कोई भी क्षारीय पदार्थ वायरस से रक्षा करेगा। अतः अपने शरीर का पीएच भी क्षारीय रखें। इसके लिए साइट्रिक फल जैसे संतरा, नीबू, मकोय का सेवन कर सकते हैं। जैसे साबुन वायरस के लिपिड को तोड़कर उसे नष्ट करता है, वैसे ही नमक पानी भी लिपिड को नष्ट कर सकता है अतः यदि साबुन से सब्जी धोने का मन न करे तो उसे नमक के घोल में 10-15 मिनट तक भिगों कर रख दें, फिर पानी से खूब धो लें।
नीम व तुलसी के एंटीबैक्टीरियल गुणों से सभी परिचित हैं। औषधीय गुणों से युक्त नीम व तुलसी वर्षों से लोगों के घरों में प्रमुखता से इस्तेमाल की जाती है। केमिकल इंजीनयरिंग विभाग के प्रो. पीके मिश्रा ने बताया कि सेनेटाइजर बनाने के लिए उपयोग किए जाने वाले केमिकल की कमी हो गई है। पर इससे घबराने की बात नहीं है। हैंडवॉश घर में ही तैयार किया जा सकता है। यह न सिर्फ कारगर व सस्ता होगा, बल्कि इसे बहुत ही आसानी से बनाया जा सकता है।
इसके लिए 100 ग्राम नीम की पत्ती, इतनी ही तुलसी और 50 ग्राम रीठा को दो लीटर पानी में उबालना है। जब पानी एक लीटर से थोड़ा ज्यादा बचे तब आंच से उतार कर ठंडा कर लें फिर इसके बाद एलोवेरा का गूदा उसमें मिला कर बोतल में रख लें। इसका इस्तेमाल साबुन की तरह किया जा सकता है। घोल को हाथ में लें और थोड़ा पानी लेकर कम से कम 20 सेकेंड तक हाथों को अच्छी तरह से रगडें और अंत में पानी से धो लें। प्रो. पीके मिश्र ने बताया कि ऐसे ही फिटकरी, नीम, रीठा और एलोवेरा को भी मिलाकर हैंडवॉश तैयार किया जा सकता है।
कोई भी क्षारीय पदार्थ वायरस से रक्षा करेगा। अतः अपने शरीर का पीएच भी क्षारीय रखें। इसके लिए साइट्रिक फल जैसे संतरा, नीबू, मकोय का सेवन कर सकते हैं। जैसे साबुन वायरस के लिपिड को तोड़कर उसे नष्ट करता है, वैसे ही नमक पानी भी लिपिड को नष्ट कर सकता है अतः यदि साबुन से सब्जी धोने का मन न करे तो उसे नमक के घोल में 10-15 मिनट तक भिगों कर रख दें, फिर पानी से खूब धो लें।
COMMENTS