
उनकी हत्या की जानकारी लोगों को शुक्रवार को उस समय हुई जब तूलिका को स्कूल ले जाने के लिए स्कूल वाहन लेकर चालक पहुंच। रोज की तरह उसने कालबेल बजाय लेकिन काफी देर तक कोई घर से बाहर नहीं निकला। लगभग आधा घण्टे तक इन्तजार के बाद वाहन में बैठीं दो शिक्षिकाएं भी उनके घर पर पहुँची। उन्होंने भी आवाज लगाई, लेकिन जब कोई हलचल नहीं हुई तो उन्होंने पड़ोस में रहने वाले व्यक्ति को अंदर जाकर पता करने को कहा। पड़ोसी ने अंदर जाकर दोनों को मरा हुआ देखा तो बदहवास हालत में भागते हुए अपने घर की ओर चला गया। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। संजय श्रीवास्तव की छवि मिलनसार अधिकारी के रूप में रही है। हत्या की जानकारी मिलने पर पुलिस अफसरों के अलावा बड़ी संख्या में रेलवे के अधिकारी और कर्मचारी पहुंचे हैं। छानबीन जारी है।
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