भारतीय शेयर बाज़ारों में गिरावट का दौर जारी है.
एक जनवरी के बाद से शेयर बाज़ारों में लगातार दबाव देखने को मिल रहा है.ख़राब अंतरराष्ट्रीय संकेतों के बीच भारतीय बाज़ारों में भी बिकवाली हो रही है.
विश्व बाज़ार में भी भारी गिरावट देखी जा रही है.
लगातार गिरने की वजह से चीन के शंघाई कंपोज़िट में ट्रेडिंग रोकी गई.
गुरुवार के कारोबारी सत्र में बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का संवेदी सूचकांक सेंसेक्स कारोबारी सत्र के दौरान 25,000 के नीचे लुढ़क गया.
8 सितंबर 2015 के बाद पहली बार सेंसेक्स 25,000 के नीचे आया है.
शुरुआती कारोबार में ही सेंसेक्स 320 अंक लुढ़का, तो निफ्टी 7650 के नीचे आ गया.
एशियाई बाजारों में भी भारी गिरावट नजर आ रही है। चीन में शंघाई कम्पोजिट 7 फीसदी तक टूट गया है और इसके बाद चीन में ट्रेडिंग पूरे दिन के लिए रोक दी गई.
दूसरे एशियाई शेयर बाजारों में भी 1-2.5 फीसदी तक की कमजोरी देखने को मिल रही है.
बुधवार के कारोबारी सत्र में अमरीकी बाजार 1.2 से 1.5 फीसदी तक की गिरावट के साथ बंद हुए थे.
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