लखनऊ - भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की उत्तर प्रदेश इकाई के नवनियुक्त अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य की प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के वाराणसी संसदीय क्षेत्र की पहली यात्रा पर उनको 'कृष्ण स्वरुप' और विपक्षी नेताओं को दुशासन के रुप में दर्शाए जाने से सियासी तूफान उठ खडा हुआ है।
मौर्य के शुक्रवार को वाराणसी दौरे से पहले सोशल मीडिया पर वायरल हुए पोस्टर में उनको भगवान कृष्ण, उत्तर प्रदेश को द्रौपदी तथा बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की मुखिया मायावती, कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी, सूबे के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, समाजवादी पार्टी (सपा) के वरिष्ठ नेता आजम खान और आल इण्डिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुसलमीन के अध्यक्ष असाउद्दीन औवेसी को दुशासन के रुप में दिखाया गया है।
पोस्टर से यह संदेश देने की कोशिश
बसपा मुखिया मायावती को भ्रष्टाचार, राहुल गांधी को गरीबी और बेरोजगारी, आजम खान को साम्प्रदायिकता, अखिलेश यादव को गुंडाराज और औवेसी को देश विरोधी ताकतों के वाहक के रुप में दिखाया गया है। तस्वीर के माध्यम से संदेश देने का प्रयास किया गया है कि गरीबी, बेरोजगारी, राष्ट्रद्रोह, गुंडाराज, साम्प्रदायिकता के नाम पर यूपी को बर्बाद किया जा रहा है और प्रदेश को बचाने के लिए केशव प्रसाद श्रीकृष्ण बन गए है।
बीजेपी ने किया किनारा
विवादित पोस्टर से भाजपा के नेताओं ने किनारा कर लिया है। प्रदेश भाजपा नेता दिनेश शर्मा ने कहा कि इस पोस्टर को पार्टी ने नहीं लगवाया है। किसी अतिउत्साहित कार्यकर्ता ने ऐसा किया होगा। वहीं बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्या ने कहा है कि इस पोस्टर से मेरा कोई लेना देना नहीं है।
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