नई दिल्ली : देश भर में गहराए सूखे की समस्या से निपटने को लेकर एक बीजेपी सांसद ने विवादित बयान दिया है। हिंदू महापुराणों को उद्धृत करते हुए भाजपा के एक सदस्य वीरेंद्र सिंह ने इंद्रदेव को मनाने के लिए सभी सांसदों को अपने अपने क्षेत्रों में यज्ञ कराने का सुझाव दिया और कहा कि इससे निश्चित ही बारिश होगी और सूखे से निपटने में मदद मिलेगी। वीरेन्द्र सिंह ने कहा कि सूखा एक प्राकृतिक प्रकोप है और जब प्रकृति से छेड़छाड़ कर भौतिक विकास किया जाता है तो प्रकृति उसका जवाब देती है।
लोकसभा में सूखे और पेयजल संकट की स्थिति पर नियम 193 के तहत हो रही चर्चा में हिस्सा लेते हुए भदोही से बीजेपी सांसद के वीरेन्द्र सिंह ने कहा कि जिस प्रकार राजा जनक ने इंद्रदेवता को मनाने के लिए खेतों में हल चलाया था और यज्ञ किया था उसी प्रकार हमें भी यज्ञ करना चाहिए। उन्होंने कहा कि राजा जनक के राजधर्म का पालन करने से बारिश हुई थी। इसी प्रकार हमारे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी भी देश में सूखे की समस्या के समाधान के लिए सात लाख जलाशयों को पुनर्जीवित करने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने साथ ही कहा कि यज्ञ के आध्यात्मिक के साथ ही वैज्ञानिक कारण भी हैं।
उन्होंने कहा कि यज्ञ के धुएं से बादल बनते हैं और फिर बारिश होती है। सिंह ने साथी सांसदों से बारिश के लिए अपने अपने निर्वाचन क्षेत्रों में यज्ञ कराने की अपील करते हुए कहा कि सूखा इसलिए पड़ता है क्योंकि लोग भौतिक विकास के लिए प्रकृति को नष्ट करते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार और राज्य प्रशासन अमीर लोगों से कुएं और बावडियां खुदवाने को कहे ताकि सूखे के समय में पानी मिल सके।
सूखे के प्रति उत्तर प्रदेश सरकार पर उदासीन रवैया अपनाने का आरोप लगाते हुए भाजपा सदस्य ने कहा कि जनता बेहद आक्रोशित है और मुख्यमंत्री को करारा जवाब देगी। उन्होंने साथ ही केंद्र सरकार से कहा कि वह नदियों को जोड़ने की परियोजना को आगे बढ़ाए चाहे इस पर कितना ही पैसा क्यों न खर्च हो जाए क्योंकि इससे देश का बहुत भला होने वाला है।
गौर हो कि देश के सूखा प्रभावित क्षेत्रों के लिए विशेष पैकेज देने और गंभीर पेयजल संकट का स्थायी समाधान निकालने पर जोर देते हुए अनेक सदस्यों ने बुधवार को लोकसभा में सरकार से मांग की कि नदियों को जोड़ने की दिशा में ठोस पहल की जाए और प्रभावित इलाकों में किसानों का ऋण माफ किया जाए।
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