दिल्ली : कुछ लोग इम्युनिटी कमजोर होने के चलते बार-बार सर्दी-खांसी और बुखार की चपेट में आ जाते हैं। बार-बार दवाओं का इस्तेमाल आपके लिए घातक साबित हो सकता है। आप तुलसी की चंद हरी-हरी पत्तियों से इन छोटी-छोटी समस्यायों से राहत पा सकते हैं। आपको बता दें कि तुलसी में कई औषधीय गुण होते हैं। ये इम्युनिटी सिस्टम मजबूत करने और आपको तनाव, सिरदर्द व साइनसाइटिस आदि से बचाने में सहायक होते है।
एक अध्ययन के अनुसार, तुलसी की पत्तियां इन्फेक्शन के खिलाफ टी साइटोकिन्स, एनके (नेचर किलर) सेल और टी लिम्फोसाइट्स जैसी इम्यून सेल्स का उत्पादन बढ़ाती हैं। तुलसी में इम्यून-मोडुलेटरी तत्व होते हैं, जिस वजह से ये इम्युनिटी सिस्टम मजबूत करने में भी मददगार है। एंटीऑक्सिडेंट और एंटीइन्फ्लैमटोरी गुण होने की वजह से ये बुखार कम करने और सर्दी-खांसी के इलाज में भी मदद करती है।
एक अध्ययन के अनुसार, तुलसी की पत्तियां इन्फेक्शन के खिलाफ टी साइटोकिन्स, एनके (नेचर किलर) सेल और टी लिम्फोसाइट्स जैसी इम्यून सेल्स का उत्पादन बढ़ाती हैं। तुलसी में इम्यून-मोडुलेटरी तत्व होते हैं, जिस वजह से ये इम्युनिटी सिस्टम मजबूत करने में भी मददगार है। एंटीऑक्सिडेंट और एंटीइन्फ्लैमटोरी गुण होने की वजह से ये बुखार कम करने और सर्दी-खांसी के इलाज में भी मदद करती है।
तुलसी की चाय- एक कप गर्म पानी में तुलसी के कुछ पत्ते डालकर कम से कम दस मिनट का उबालें। बुखार, मलेरिया और डेंगू बुखार से राहत पाने के लिए इसे दिन में दो बार पिएं।
तुलसी का दूध- अगर आपको तेज बुखार है तो आप तुलसी के पत्तों को दूध में डालकर पिएं। इसके लिए आधे लीटर पानी में तुलसी के पत्ते और इलायची पाउडर डालकर उबाल लें। इसमें दूध और चीनी मिलाकर पिएं।
तुलसी का जूस- शरीर का तापमान कम करने के लिए आप तुलसी के पत्तों का जूस भी पी सकते हैं। ये बच्चों के लिए ज्यादा प्रभावी है। 10-15 पत्तों को थोड़े से पानी में मिलाकर जूस निकाल लें। हर दो से तीन घंटे में इसे ठन्डे पानी के साथ पिएं।
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