बेंगलुरु : बाबरी मस्जिद-राम जन्मभूमि विवाद के विषय पर अपनी मध्यस्थता की कोशिशें फिर से शुरू करते हुए 'आर्ट ऑफ लिविंग' (AOL) के संस्थापक श्री श्री रविशंकर ने शुक्रवार को यहां AIMPLB और सुन्नी वक्फ बोर्ड के सदस्यों सहित मुस्लिम नेताओं के साथ बैठक की, जिसमें कई संगठनों के 16 नेता शामिल हुए। विभिन्न राज्यों के प्रतिनिधि और विद्वान भी बैठक में शामिल हुए।
बैठक के बाद आर्ट ऑफ लिविंग ने बताया कि सुन्नी वक्फ बोर्ड, ऑल इंडिया पर्सनल लॉ बोर्ड (AIMPLB) के प्रमुख सदस्यों और अन्य ने रवि शंकर से मुलाकात की और अयोध्या विषय का अदालत के बाहर हल किए जाने का समर्थन किया। आर्ट ऑफ लिविंग के बयान के अनुसार, 'उन्होंने मस्जिद को बाहर कहीं दूसरी स्थान पर ले जाए जाने के प्रस्ताव का समर्थन किया है। कई मुस्लिम हितधारक इस विषय में सहयोग कर रहे हैं।'
आर्ट ऑफ लिविंग के एक अधिकारी ने बताया कि मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के कार्यकारी सदस्य मौलाना सैयद सलमान हुसैन नदवी, उत्तर प्रदेश सुन्नी वक्त बोर्ड प्रमुख जफर अहमद फारूकी, लखनऊ के टीले वाली मस्जिद के मौलाना वसीफ हसन और सेवानिवृत्त IAS अधिकारी डॉ अनीस अंसारी बैठक में शामिल हुए।
नदवी ने भी श्री श्री से हुई मुलाकात की पुष्टि करते हुए कहा, 'हमने बैठक की, ताकि सभी मुद्दों, खासकर राम मंदिर और बाबरी मस्जिद पर चर्चा की जा सके। हम ऐसा समाधान चाहते हैं, जो देशभर को एक संदेश दे। हमारी प्राथमकिता लोगों के दिलों से जुड़ना है।'
We held meeting so that all issues around the matter especially that of Ram Temple & Babri Masjid are discussed & we look for a solution which sends message across the nation. Our priority is to join hearts of people: Salman Nadwi, AIMPLB on his meeting with Sri Sri Ravi Shankar pic.twitter.com/rScLLqjadj— ANI (@ANI) February 9, 2018
उन्होंने कहा, 'कोर्ट का जो भी फैसला आएगा, वह संवैधानिक कदम होगा, लेकिन कोर्ट लोगों के दिलों से नहीं जुड़ती। कोर्ट के फैसले हमेशा किसी एक पक्ष के हित में और दूसरे के खिलाफ होता है। हम चाहते हैं कि दोनों पक्ष जब कोर्ट से बाहर आएं तो उनके चेहरे पर खुशी हो।'
When Court's verdict comes, it'll be constitutional move but Court doesn't join people's hearts. Decision is always in favor of one & against the other. We want that when both parties come out of Court they must be happy: Salman Nadwi, AIMPLB on meeting with Sri Sri Ravi Shankar pic.twitter.com/ZD1rJNCW6Q— ANI (@ANI) February 9, 2018
सेंटर फॉर ऑब्जेक्टिव रिसर्च एंड डेवलपमेंट निदेशक अतहर हुसैन सिद्दिकी, कारोबारी एआर रहमान, लंदन आधारित वर्ल्ड इस्लामिक फोरम प्रमुख मौलाना इसा मंसूरी, लखनऊ के वकील इमरान अहमद, हज कमेटी ऑफ इंडिया के पूर्व प्रमुख ए अबूबकर और बेंगलुरू के डॉ मूसा कैसर भी बैठक में शामिल हुए।
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