हिंदूराव अस्पताल में काम करने वाले एक रेजिडेंट डॉक्टर को अस्पताल प्रशासन ने बिना कारण बताओ नोटिस देकर निष्कासित कर दिया। अस्पताल की चिकित्सा अधीक्षक की ओर से जारी निष्कासन के नोटिस में डॉक्टर को निकालने की वजह नहीं बताई गई। नोटिस में लिखा है कि अस्पताल को बदनाम करने के लिए डॉक्टर को निष्कासित किया गया है।
डॉक्टर पीयूष अस्पताल की रेजिडेंट डॉक्टर एसोसिएशन के महासचिव हैं। उनका कहना है कि कोरोना संक्रमण के दौर में पीपीई किट की कमी को देखते हुए रेजिडेंट डॉक्टर एसोसिएशन की ओर से एक एनजीओ से संपर्क किया गया था और उन्हें मुफ्त में बुधवार को चेहरे को संक्रमण से बचाने वाली फेस शील्ड एनजीओ से प्राप्त हुईं।
इसके बाद अस्पताल में उन्होंने उसी दिन कुछ डॉक्टरों को यह किट बांट दी और अगले दिन के लिए भी बाकी डॉक्टरों को बची हुई किट देने के लिए कहा गया था। इसके बाद अस्पताल की चिकित्सा अधीक्षक का फोन आया और उन्हें सुरक्षा उपकरण अस्पताल में देने के लिए कहा गया।
हालांकि उस दिन वे शाम को अस्पताल नहीं जा सके और अगले दिन वे जब पीपीई किट लेकर बांटने जा रहे थे तो चिकित्सा अधीक्षक ने उन्हें उनके निष्कासन का नोटिस थमा दिया। डॉक्टर ने इस पर अदालत में अपील का इरादा बनाया है। डॉक्टर पीयूष का कहना है कि कोरोना के दौर में अगर कोई सुरक्षा उपकरण अपने साथी डॉक्टर को दे रहा है तो यह अपराध कैसे है।
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