लॉकडाउन के कारण सूरत से वापस बहराइच लौट रहे मजदूर बाराबंकी में लखनऊ-अयोध्या नेशनल हाईवे पर वाहन का इंतजार कर रहे थे। भोर में तीन बजे ट्रक सभी को रौंदते हुए निकल गई। इस घटना में तीन श्रमिकों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। मरने वालों में दो सगे भाई व उनके चाचा है। घटना में घायल 4 को गंभीर हालत में ट्रामा सेंटर लखनऊ रेफर किया गया है।
शहर कोतवाली क्षेत्र में हुई घटना : नगर कोतवाली क्षेत्र में लखनऊ-अयोध्या हाइवे पर बड़ेल स्थित भाजपा कार्यालय के सामने वाहन के इंतजार में खड़े 7 श्रमिकों को लखनऊ की ओर से आ रहे तेज रफ्तार ट्रक ने रौंद दिया। हादसे में शिशुपाल( 32) पुत्र हरिहर और उसके छोटे भाई जितेंद्र (30) पुत्र हरिहर की मौके पर मौत हो गई जबकि 5 घायल हुए। ट्रक चालक मौके से फरार हो गया।
सूचना पर पहुंची पुलिस ने घायल मोहन निषाद (40) पुत्र सीतराम, धर्मेंद्र (28) पुत्र हरिहर, अमित (24) पुत्र गुरुदीन, जगदीश (38) पुत्र सीताराम व प्रधान पुत्र मिनाज (34) पुत्र वारिस को आनन-फानन जिला अस्पताल मृतक व घायल ग्राम हुसैनपुर, मोहम्मदपुर थाना रिसिया, जिला बहराइच के रहने वाले हैं। जिला अस्पताल में मोहन निषाद की भी मौत हो गई। मोहन मृतक शिशुपाल का सगा चाचा था।
घायलों की हालत गंभीर होने पर डॉक्टर ने उन्हें ट्रामा सेंटर लखनऊ के लिए रेफर कर दिया है। हादसा शुक्रवार की भोर करीब 3:00 बजे हुआ। घायलों ने पुलिस को बताया कि वह ट्रक से यहां तक आए थे। इसके बाद पहले ट्रक वाले ने उन्हें यहां छोड़ दिया। घर जाने के लिए दूसरे ट्रक का इंतजार कर रहे थे लेकिन दूसरा ट्रक काल बनकर आया।
पिता की मौत की सूचना पर जा रहे थे
घर: हादसे की सूचना पर घायल व मृतक के परिवारीजन जिला अस्पताल पहुंच गए थे। उन लोगों ने पुलिस को बताया कि शिशुपाल के पिता हरिहर की मौत कुछ दिन पहले हुई थी। इसकी सूचना पर वह सभी लोग गांव जा रहे थे। सभी लोग सूरत में एक हैंडलूम कंपनी में बुनकर का काम करते हैं। हादसे की जानकारी होते ही सीओ सिटी सुशील कुमार सिंह, कोतवाल पंकज कुमार सिंह भी मौके पर पहुंचे थे।
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