लखनऊ। गोरखपुर जिला पंचायत अध्यक्ष पद की मतगणना में धांधली कर सपा को चुनाव जिताने का आरोप लगाकर ही उपवास पर बैठे भाजपा विधायक विजय बहादुर यादव के समर्थन में अधिवक्ता उतर आए । जिला बार एसोसिएशन के अध्यक्ष मधुसूदन त्रिपाठी ने अधिवक्ताओं के समूह के साथ टाउनहाल स्थित गांधी प्रतिमा स्थल जाकर विधायक को जूस पिलाकर अनशन खत्म कराया। उन्होंने विधायक को यह लड़ाई कानूनी तरीके से लड़ने के लिए सहयोग की पेशकश की। उल्लेखनीय है कि कल जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में यहां ११ वोट अवैध साबित हो गए थे। इसके बाद मतगणना में सपा नेता को विजेता घोषित कर दिया गया। इसको लेकर भाजपा ने धांधली का आरोप लगाया था।
सपा के लिए खतरे की घंटी
जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव में समाजवादी पार्टी के बागियों की जीत खतरे की घंटी बन सकती है। दरअसल टिकट बंटवारे के समय से ही कई जिलों में अंसतोष बगावत की राह तक चला गया था। डैमेज कंट्रोल के लिए कैबिनेट मंत्री शिवपाल यादव को कमान सौंपी गई। कुछ बागियों ने नेतृत्व के सामने सरेंडर किया परन्तु सीतापुर, बिजनौर, उन्नाव और एटा में बात नहीं बनी। सख्ती की कोशिश भी की गई। बिजनौर विधायक रुचिवीरा का निलंबन और सीतापुर के बिसवां से विधायक रामपाल यादव को निष्कासित किया गया। भगवंतनगर (उन्नाव) के विधायक कुलदीप सिंह सेंगर व अलीगंज (एटा) रामेश्वर यादव को चेताया गया। मतदान के दो दिन पहले अलीगंज विधायक ने नेतृत्व के सामने सरेंडर किया मगर तीन विधायक डटे रहे। परिणाम घोषित होने पर रुचिवीरा के पति उदयनवीरा, रामपाल यादव के बेटे जीतेन्द्र यादव और कुलदीप सेंगर की पत्नी संगीता जीतीं। सरेंडर करने वाले रामेश्वर यादव के 21 समर्थक रणनीतिक तरीके से वोट डालने नहीं गए तो नतीजे में आठ वोट पाकर सगुना कठेरिया फर्रुखाबाद की जिला पंचायत अध्यक्ष बन गयीं। बांदा में सपा प्रबंधकों ने बेहतर भविष्य का वास्ता देकर बालू कारोबारी प्रकाश द्विवेदी की पत्नी का पर्चा वापस कराया वरना हालात बदले नजर आते।
सपा के लिए खतरे की घंटी
जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव में समाजवादी पार्टी के बागियों की जीत खतरे की घंटी बन सकती है। दरअसल टिकट बंटवारे के समय से ही कई जिलों में अंसतोष बगावत की राह तक चला गया था। डैमेज कंट्रोल के लिए कैबिनेट मंत्री शिवपाल यादव को कमान सौंपी गई। कुछ बागियों ने नेतृत्व के सामने सरेंडर किया परन्तु सीतापुर, बिजनौर, उन्नाव और एटा में बात नहीं बनी। सख्ती की कोशिश भी की गई। बिजनौर विधायक रुचिवीरा का निलंबन और सीतापुर के बिसवां से विधायक रामपाल यादव को निष्कासित किया गया। भगवंतनगर (उन्नाव) के विधायक कुलदीप सिंह सेंगर व अलीगंज (एटा) रामेश्वर यादव को चेताया गया। मतदान के दो दिन पहले अलीगंज विधायक ने नेतृत्व के सामने सरेंडर किया मगर तीन विधायक डटे रहे। परिणाम घोषित होने पर रुचिवीरा के पति उदयनवीरा, रामपाल यादव के बेटे जीतेन्द्र यादव और कुलदीप सेंगर की पत्नी संगीता जीतीं। सरेंडर करने वाले रामेश्वर यादव के 21 समर्थक रणनीतिक तरीके से वोट डालने नहीं गए तो नतीजे में आठ वोट पाकर सगुना कठेरिया फर्रुखाबाद की जिला पंचायत अध्यक्ष बन गयीं। बांदा में सपा प्रबंधकों ने बेहतर भविष्य का वास्ता देकर बालू कारोबारी प्रकाश द्विवेदी की पत्नी का पर्चा वापस कराया वरना हालात बदले नजर आते।
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